Arogya Utsav 2025: दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के इस जिले का रहा जलवा
महेंद्रगढ़ जिले के डेरोली जाट गांव की ऋषि हर्बल आयुर्वेदा ने नई दिल्ली में आयोजित आरोग्य उत्सव एवं महोत्सव-2025 में भाग लिया। एमएसएमई द्वारा स्टॉल आवंटित होने से यह पूरे जिले के लिए गर्व का क्षण था। वैद्य ऋषिपाल ने बताया कि उनकी संस्था किसानों से औषधीय पौधे खरीदकर दवाएं बनाती है जिससे हजारों मरीजों को लाभ हुआ है।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं एकीकृत आयुष परिषद के संयुक्त तत्वावधान में 24 से 26 अगस्त तक भारत मंडपम, प्रगति मैदान नई दिल्ली में आरोग्य उत्सव एवं महोत्सव-2025 का भव्य आयोजन किया गया।
तीन दिवसीय इस महोत्सव में देशभर से अनेक आयुष संस्थानों ने भाग लिया, लेकिन दक्षिणी हरियाणा के लिए यह विशेष गर्व का क्षण रहा कि जिला महेंद्रगढ़ के डेरोली जाट गांव की संस्था ऋषि हर्बल आयुर्वेदा को एमएसएमई द्वारा स्टाल आवंटित किया गया। यह पूरे महेंद्रगढ़ जिले के लिए एकमात्र स्टॉल रहा।
वैद्य ऋषिपाल ने बढ़ाया जिले का मान
संस्था के प्रमुख वैद्य ऋषिपाल ने जानकारी दी कि यह संस्था किसानों से औषधीय पौधों जैसे आंवला, एलोवेरा, नीम गुठली, जामुन गुठली और गरमुंडा आदि खरीदकर शुद्ध जड़ी-बूटियों से ही औषधि निर्मित करती है।
संस्था का दावा है कि अब तक हजारों मरीज उनकी तैयार औषधियों से शुगर, पथरी, पाइल्स जैसी बीमारियों से आराम पा चुके हैं।
राज्यपाल हुए प्रभावित
महोत्सव के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि रहे त्रिपुरा के माननीय राज्यपाल इंद्रसेना रेड्डी नल्लू। वैद्य ऋषिपाल ने बताया कि राज्यपाल लगभग 8 मिनट तक ऋषि हर्बल आयुर्वेदा के स्टाल पर रुके।
उन्होंने मीठी तुलसी का स्वाद लेकर आश्चर्य प्रकट किया कि प्रकृति में इतना मीठा पौधा भी मौजूद है। इसी दौरान उन्होंने इंद्रायण फल के औषधीय गुणों की विस्तृत जानकारी ली और कुछ नमूने अपने साथ भी ले गए।
सम्मान और गौरव का क्षण
26 अगस्त को समापन अवसर पर आयुष मंत्रालय और एमएसएमई मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं आयुर्वेद जगत के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा वैद्य ऋषिपाल को प्रमाणपत्र, मोमेंटो एवं अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस समारोह में आयुष परिषद के सेक्रेटरी डॉ. विपिन कुमार, आईसीएमआर व एआइआइएमएस की डॉ. निता कुमार, पतंजलि योगपीठ के वैद्य आचार्य बालकृष्ण, अंतर्राष्ट्रीय योगगुरु डा. एच.आर. नागेंद्र, डा. शिष्टा नड्डा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
दक्षिण हरियाणा की उपलब्धि
इस सम्मान ने न केवल डेरोली जाट गांव बल्कि पूरे महेंद्रगढ़ जिले को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई है। औषधीय खेती को बढ़ावा देने में जुटे स्थानीय किसानों और संस्था ऋषि हर्बल आयुर्वेदा की यह उपलब्धि ग्रामीण भारत की आयुर्वेदिक क्षमता का सशक्त उदाहरण बनी।
कार्यक्रम में वैद्य ऋषिपाल को स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते त्रिपुरा के माननीय राज्यपाल इंद्रसेना रेड्डी नल्लू व अन्य। सौजन्य: वैद्य
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