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    हरियाणा के इस जिले के किसानों की बल्ले-बल्ले, सरकार सिंचाई के लिए खर्च कर रही लाखों रुपये

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 05:50 PM (IST)

    महेंद्रगढ़ के बवानिया में एक कच्चे तालाब को पक्के तालाब में बदलने का काम चल रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना और भूजल स्तर को ऊपर उठाना है। सिंचाई विभाग द्वारा लगभग 80 लाख रुपये की लागत से डेढ़ एकड़ में तालाब का निर्माण किया जा रहा है जिससे किसानों को बहुत फायदा होगा।

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    बवानियां में कच्चे जोहड़ को आरसीसी बनाने का काम जोरों पर। जागरण

    जागरण संवाददाता, महेंद्रगढ़। बवानिया में कच्चे तालाब को आरसीसी तालाब में बदलने का काम चल रहा है। इस तालाब के नहर से जुड़ जाने पर आसपास के किसान अपनी फसलों की सिंचाई कर सकेंगे। ओवरफ्लो पानी को रिचार्ज करने और गांव के भूजल स्तर को बेहतर बनाने के लिए पक्के तालाब के साथ-साथ एक नया कच्चा तालाब भी बनाया जा रहा है। विभाग इस परियोजना पर लगभग 80 लाख रुपये खर्च कर रहा है।

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    गौरतलब है कि बवानिया गांव में मंदिर के पास एक पुराना कच्चा तालाब था, जो नहर के पानी से जुड़ा था। इसके लिए एक लाइन बिछाई जा चुकी है। ग्रामीण इस कच्चे तालाब के पानी का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे थे।

    ग्रामीणों को तालाब में आने वाले नहर के पानी का पूरा लाभ मिल सके और नहर का पानी आसपास के गांव के भूजल स्तर को भी बेहतर बना सके, इसके लिए सिंचाई विभाग द्वारा एक परियोजना विकसित की गई है। लगभग 80 लाख रुपये की लागत से डेढ़ एकड़ में तालाब का निर्माण किया जा रहा है।

    बवानिया गाँव के किसानों को सिंचाई के लिए नहर का पानी उपलब्ध कराने के लिए लगभग डेढ़ एकड़ ज़मीन पर आरसीसी तालाब का निर्माण किया जा रहा है। विभाग द्वारा लगभग 80 लाख रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है। यह कार्य अभी प्रगति पर है। विभाग के अनुसार, यह लगभग डेढ़ महीने में पूरा हो जाएगा।

    बवानिया गांव में बन रहे आरसीसी तालाब 

    विभाग के उपखंड अधिकारी पंकज दहिया के अनुसार, पुराने तालाब के आरसीसी जीर्णोद्धार के अलावा, एक दूसरा कच्चा तालाब भी बनाया जाएगा। जब नहर में पानी आएगा और पक्का तालाब ओवरफ्लो होगा, तो पानी कच्चे तालाब में जाएगा, जिससे जल स्तर रिचार्ज होगा और आसपास के भूजल स्तर में सुधार होगा।

    -पंकज दहिया, उपखंड अधिकारी, नहर विभाग