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    Weather Update: महेंद्रगढ़ में बारिश के साथ छिटपुट ओलावृष्टि की संभावना, किसानों को सतर्क रहने की सलाह

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 02:36 PM (IST)

    मौसम विभाग के अनुसार महेंद्रगढ़ में हल्की बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है। बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आ रहा है। किसानों को रबी की फसलें बोने से बचने और अनाज को सुरक्षित रखने की सलाह दी गई है। आठ अक्टूबर के बाद गुलाबी ठंड का अहसास होगा। बदलते मौसम में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

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    बारिश के बीच गुजरती महिला और बच्चे। फाइल फोटो- जागरण

    जागरण संवाददाता, नारनौल। महेंद्रगढ़ जिले में सोमवार को हल्की वर्षा और कुछ स्थानों पर छिटपुट ओलावृष्टि की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय मौसमी प्रणालियों के साथ-साथ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्रदेश में व्यापक स्तर पर मौसम में बदलाव आ रहा है।

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    उन्होंने कहा कि वर्तमान में पंजाब, सिरसा, फतेहाबाद और पश्चिमी हिसार के आसपास तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा और ओलावृष्टि की गतिविधियां दर्ज की गई हैं। इसी प्रणाली का असर महेंद्रगढ़ जिले पर भी पड़ रहा है और सोमवार को जिले के विभिन्न हिस्सों में हल्की वर्षा और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है। हालांकि

    मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि जिले में रविवार को जिले का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 33.8 डिग्री सेल्सियस और 24.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान में हल्की गिरावट और हवाओं की तेज गति के कारण ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मौसम अस्थिर रहेगा।

    किसानों के लिए विशेष सलाह

    • आगामी कुछ दिनों तक रबी फसलों की बुआई टालें।
    • खेतों में रखे अनाज और कृषि उत्पादों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
    • खुले अनाजों को तिरपाल या कवर से ढककर रखें ताकि वर्षा और ओलावृष्टि से नुकसान न हो।

    आठ अक्टूबर के बाद 'गुलाबी ठंड' का अहसास

    डॉ. चंद्रमोहन ने आगे बताया कि आठ अक्टूबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी दिशा में आगे बढ़ जाएगा। इसके चलते महेंद्रगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को मौसम में “गुलाबी ठंड” का अहसास होने लगेगा। हालांकि, अभी किसी प्रकार की कड़ाके की ठंड की संभावना नहीं है।

    विशेषज्ञों का कहना है कि मौसमी बदलाव के कारण किसानों, श्रमिकों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। तेज हवाओं और वर्षा के चलते सड़कों पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और कृषि कार्यों की योजना मौसम के अनुसार बनाएं।