Mahendragarh News: मौत के कुएं बने हैं सेक्टर के पार्क, 11 महीने बाद भी नहीं जागा नप प्रशासन
नारनौल में 11 महीने पहले पार्क में बच्चे की डूबने से हुई मौत के बाद भी नगर परिषद ने कोई सबक नहीं लिया। पार्कों में जलभराव की समस्या जस की तस बनी हुई है जिससे हादसे का डर बना हुआ है। स्थानीय निवासियों ने पार्कों का स्तर ऊंचा करने की मांग की है ताकि जलभराव से बचा जा सके।

जागरण संवाददाता, नारनौल। ठीक 11 महीने पहले सेक्टर के पार्क में एक छह साल के बच्चे की मौत से नप की मृत व्यवस्था को उजागर कर दिया था। पार्क में बच्चे के डूबने की इस तरह की घटना व्यवस्था पर तो सवाल खड़े करती ही है,लेकिन विडंबना तो यह है कि 11 माह का अंतराल बीतने के बाद भी नप प्रशासन ने इस घटना से कोई सबक नहीं लिया। पार्कों से पानी निकासी के प्रबंध करने के प्रति कोई रूचि नहीं दिखाई।
नगर परिषद के लिए शायद बच्चों की जिंदगी का कोई महत्व नहीं है। आमतौर पर जोहड़, तालाबों और नहरों में तो बच्चे डूबने की घटनाएं होती हैं पर शहरवासियों के लिए सैर सपाटे की जगह पार्क जैसी स्वास्थ्य सुधार वाली जगह कोई नहीं होती है। नारनौल के पार्क में वर्षा के पानी के भरने से बच्चे के डूबने की घटना ने नगर परिषद की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए।
दैनिक जागरण ने सेक्टर के पार्कों की बुधवार को पड़ताल की तो पता चला कि हालात जस के तस बने हैं। इन पार्कों से न तो पानी निकासी का कोई प्रबंध किया गया है और न ही इनकी देखरेख की जा रही है। मोहल्ला सलामपुरा, पुरानी मंडी के पास राव तुलाराम पार्क में मंगलवार शाम को हुई वर्षा का पानी जमा हो गया।
हुडडा सेक्टर एक के वासी कृष्ण सोनी, सुधीर यादव, बह्रम प्रकाश, सूरज अग्रवाल, कपिल यादव, पवन अरोडा, राजेश कुमार, महेंद्र कुमार, प्रवीण, रमेश चंद, राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि अभी तो मानसून ने पूरी तरह से दस्तक भी नहीं दी और अभी से सभी पार्कों में पानी जमा हो गया है। पिछले वर्ष छह साल के बच्चे की मौत की घटना ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया था। इस बार भी मानसून आने पर ये पार्क तालाब में तब्दील जाएंगे।
नगर परिषद प्रशासन से तो कोई उम्मीद नहीं है पर हां खुद सेक्टरवासियों को जरूर एतिहात बरतनी होगी, ताकि पिछले वर्ष जैसा कोई हादसा न हो। सभी पार्कों का लेवल सड़क से ऊंचा करने के लिए सेक्टरवासी जिला प्रशासन के अधिकारियों से कई बार शिकायत चुके हैं।
वर्षा के दिनों में पार्कों से पानी निकासी व्यवस्था नहीं है। इसके के कारण मानसून के सीजन में पार्कों व खाली प्लाटों में पानी जमा रहता है। इससे आसपडोस में रहने वाले लोगों काे परेशानी का सामना करना पडता है।
सुधीर यादव हुडडा सेक्टर एक
सेक्टर में पार्क तो बने हुये हैं, परंतु सड़क के लेवल नीचा होने के कारण इनमें वर्षा के दिनों में पानी जमा हो जाता है। फिलहाल पार्क परिसर में बच्चों के लिये लगा गए झूले भी पानी में डूब गए हैं। इस समस्या को लेकर अधिकारियों को कई बार अवगत करवा चुके हैं।
श्याम सुंदर गर्ग हुडडा सेक्टर
पिछले साल वर्षा के दिनोंं में जल भराव की समस्या के बारे में टेक्निकल टीम के अधिकारियों के साथ मुआयना किया जा चुका है। पानी की निकासी व्यव्स्था व पार्कों का सुधारीकरण करने के लिए इस्टीमेट बनाकर उच्च अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से अवगत करवा दिया गया है। जल्दी ही अधिकारियों का आदेश आने के बाद कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। - कमलेश सैनी, चेयरपर्सन, नगर परिषद नारनौल
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