Weather Update: उत्तर भारत से कब होगी मानसून की विदाई? IMD ने बारिश को लेकर दिया अपडेट
हरियाणा में इस साल मानसून का प्रभाव सामान्य से अधिक रहा फतेहाबाद में सबसे ज्यादा वर्षा दर्ज की गई। महेंद्रगढ़ में भी सामान्य से अधिक वर्षा हुई। राजस्थान से मानसून की विदाई शुरू हो गई है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी राज्यों में बारिश जारी रहेगी। मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है और तापमान में हल्की बढ़त देखने को मिली है।

जागरण संवाददाता, नारनौल। हरियाणा के उत्तरी मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली मानसून का प्रभाव देखने को मिला। पूरे हरियाणा में इस साल सामान्य से अधिक वर्षा की गतिविधियों को दर्ज किया गया। रविवार को राजस्थान के पश्चिमी हिस्से से मानसून 2025 की आधिकारिक रूप से विदाई प्रक्रिया शुरू हाे गई है।
अगले 2-3 दिनों के दौरान राजस्थान के और हिस्सों तथा पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की आगे वापसी के लिए बिल्कुल परिस्थितियां अनुकूल बन रही है, लेकिन आने वाले दिनों में उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी पर हो रही हलचलों से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड ,पूर्वी पंजाब,हरियाणा एनसीआर दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां अभी भी जारी रहेगी।
रविवार को आकाश में कई बार छाये काले बादल। फोटो- जागरण
नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब राजकीय महाविद्यालय नारनौल डॉक्टर चंद्रमोहन आज मानसून 2025 ने अपने चरणों को श्रीगंगानगर, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, फलोदी, जैसलमेर और बाड़मेर जिले से पीछे हटा लिया है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा 30.5°एन / 73.5°ई, श्रीगंगानगर, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर और 25.5°एन / 70°ई से होकर गुजरती है। कुल मिलाकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में इस साल मानसून का जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला।
उन्होंने बताया कि हरियाणा में इस साल मानसून सीजन में कुल 564.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई, जबकि इस दौरान हरियाणा राज्य में 401.1 मिलीमीटर सामान्य वर्षा होती है। जो सामान्य से 41.0% अधिक है।
इसके साथ इस मानसून सीजन में सबसे ज्यादा वर्षा यानी जिला प्रथम स्थान पर फतेहाबाद जिले में 572.9 मिलीमीटर दर्ज की गई। इस दौरान जिला फतेहाबाद में सामान्य बारिश 241.8 मिलीमीटर होती है, जो सामान्य से 137% अधिक हुई है। इस साल जिला महेंद्रगढ़ में दूसरे स्थान पर रहा यहां सीजन में कुल 518.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है।
जबकि इस दौरान जिला महेंद्रगढ़ में 376.3 मिलीमीटर वर्षा होती है, जो सामान्य से 117% अधिक वर्षा हुई है। जबकि जिला झज्जर इस सीजन में तीसरे स्थान पर काबिज हो गया है।
जिला झज्जर में कुल 493.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई जबकि इस दौरान जिला झज्जर में 359.8 मिलीमीटर सामान्य वर्षा होती है । अंबाला, कुरूक्षेत्र तथा पंचकुला जिलों में मामूली कमी रही है। जबकि शेष हरियाणा में इस साल सभी 19 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज हुई है ।
रविवार को हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम परिवर्तन शील बना रहा कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बादलों की आवाजाही देखने को मिली है। केवल उत्तरी जिलों में कहीं कहीं बिखराव वाली खंड वर्षा की गतिविधियों को दर्ज किया गया।
हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान में हल्की बढ़त देखने को मिलीं। अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। जिला महेंद्रगढ़ में भी लगातार मौसम परिवर्तन शील बना हुआ है ।
सुबह लेकर से शाम तक आंशिक बादलों की आवाजाही देखने को मिलीं। जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ के दिन और रात के तापमान क्रमशः 34.5,24.5 डिग्री सेल्सियस और 35.5,25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
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