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    सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को मिलेंगे 25000 रुपये, इन बातों का रखें ध्यान

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 12:50 PM (IST)

    नारनौल में राहवीर योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को एक घंटे में अस्पताल पहुंचाने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम मिलेगा। यह योजना लोगों को घायलों की मदद के लिए प्रोत्साहित करती है। एक व्यक्ति साल में पांच बार सम्मानित हो सकता है। सर्वश्रेष्ठ राहवीरों को 1 लाख रुपये का इनाम मिलेगा।

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    इस योजना का उद्देश्य हादसे के दौरान घायल लोगों की मदद करना है। (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, नारनौल। राहवीर योजना के तहत दुर्घटना में घायल व्यक्ति को एक घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचाने वाले मददगार को 25 हजार रुपये का इनाम और प्रशस्ति–पत्र दिया जाएगा। अगर एक से अधिक व्यक्ति मदद करते हैं तो इनाम की राशि समान रूप में बांटी जाएगी।

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    इस योजना का मुख्य उद्देश्य हादसे के दौरान घायल हुए इंसान को समय पर मदद करने के लिए आमजन को प्रोत्साहित करना है। एक व्यक्ति राह-वीर को एक वर्ष में अधिकतम पांच बार सम्मानित किया जा सकता है। यह योजना 31 मार्च, 2026 तक लागू रहेगी।

    ऐसे राहवीरों के नाम केंद्र में भेजें जाएंगे, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की एक मूल्यांकन समिति, प्रत्येक राज्य से प्राप्त प्रस्तावों की समीक्षा करेंगे और वर्ष के सर्वश्रेष्ठ दस राह-वीरों का चयन करेंगे, जिन्हें 1,00,000 रुपये, एक प्रमाण पत्र और ट्राफी प्रदान की जाएगी।

    डीएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि राहवीर योजना का उद्देश्य सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराना है। “गोल्डन ऑवर” यानी दुर्घटना के पहले एक घंटे को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दौरान इलाज मिलने से घायल व्यक्ति के बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। योजना के अनुसार, यदि कोई नागरिक सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को “गोल्डन ऑवर” के दौरान अस्पताल या ट्रामा सेंटर पहुंचाता है, तो उसे 25,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा।

    यह राशि एक प्रक्रिया के बाद कमेटी द्वारा रिव्यू करने उपरांत मददगार व्यक्ति के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी, ताकि उनके इस नेक कार्य को प्रोत्साहन मिले। राहवीर घायल को अस्पताल पहुंचाने के बाद अपनी सूचना अस्पताल में या संबंधित पुलिस थाना को दे। घायल को अस्पताल पहुंचाने पर अस्पताल द्वारा पुलिस को सूचना दी जाएगी और पुलिस इसकी रिपोर्ट जिला उपायुक्त को भेजेगी।

    इसके बाद परिवहन विभाग द्वारा मददगार के खाते में इनाम की राशि ट्रांसफर की जाएगी। मदद करने वाले व्यक्तियों को पुलिस की ओर से किसी भी तरह से परेशान नहीं किया जाएगा, ताकि लोग बिना किसी डर के आगे आकर मदद कर सकें। क्या है गोल्डन ऑवर गोल्डन ऑवर शब्द का उपयोग रोड एक्सीडेंट के दौरान घायल व्यक्ति को उचित समय पर इलाज मिलने की समय सीमा के लिए किया जाता है।

    उस वक्त डाक्टरों का मानना है कि गोल्डन ऑवर जीवन और मृत्यु के बीच का वह महत्वपूर्ण समय जिसमें उचित इलाज मिले तो घायल व्यक्ति की जिंदगी बचाई जा सकती है। रोड एक्सीडेंट के दौरान यह समय एक घंटे का होता है। दरअसल किसी भी दुर्घटना में गंभीर चोट लगने पर मरीजों के शरीर से काफी ज्यादा खून बह जाता है।

    मरीज का जितना ज्यादा खून बहेगा, उतना ही ज्यादा खतरा बढ़ता जाएगा। ऐसे में मरीज को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी उचित इलाज मिलना चाहिए, जिससे उसकी जान बच सके। बाक्स इन बातों का रखें ध्यान किसी भी घायल को सही प्राथमिक उपचार देने से उनके बचने की संभावना बढ़ जाती है। इससे चोटों की गंभीरता को कम करने में मदद मिलती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि सड़क दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को किस तरह से संभाला जाए ताकि किसी भी चोट, खासकर रीढ़ की हड्डी की चोट को ओर खराब न किया जा सके।

    यह बात भी है महत्वपूर्ण

    घायल व्यक्ति की गर्दन न हिलाने दें, गर्दन के दोनों तरफ लकड़ी के ब्लाक जैसी कोई कठोर वस्तु रखें। अगर घायल खून की उल्टी कर रहा है, तो उसे सीधा न लिटाएं और किसी एक तरफ करवट में लिटा दें। यदि घायल व्यक्ति के शरीर में कुछ चुभ या घुस गया है तो उसे निकालने की कोशिश न करें। ऐसा करने से शरीर से बहुत ज्यादा खून बह सकता है। अगर पैर या हाथ घटना के बाद काम नहीं कर रहे हैं तो सहारा जरूर दें, ताकि अंग और खराब न हो।

    सड़क दुर्घटना से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

    • तेज गति में वाहन ना चलाएं।
    • शराब पीकर या नशे में कभी गाड़ी न चलाएं।
    • अगर थके हुए हैं तो तो आप गाड़ी न चलाएं।
    • वाहन चलाते हुए ट्रैफिक सिग्नल का पालन करें।
    • पैदल या वाहन चलाते समय हमेशा बाईं ओर ही रहें।
    • चौराहों, तिराहों या मुड़ते समय स्पीड कम करें।
    • गाड़ी की स्पीड धीमा करने के बाद ही टर्न लें।
    • सड़क पर चलते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें।
    • गलत दिशा/गलत लेन में वाहन न चलाएं।

    कार चलाते समय इनका रखें ध्यान

    1. कार चलाते समय सीट बेल्ट जरूर पहनें।
    2. कार चलाते हुए पूरा ध्यान रोड पर रखें।
    3. तेज गति से कार चलाने से बचें।
    4. वाहन का ठीक से रखरखाव करें।

    बाइक के लिए सड़क सुरक्षा नियम

    • दोपहिया चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनें।
    • दो लेन के बीच में बाइक चलाने से बचें।