अवैध अतिक्रमण हटने के साथ ही नालों के निर्माण का रास्ता साफ, 4.5 करोड़ रुपये की लागत से होगा काम
मंडी अटाली के अटाली कस्बे में लंबे समय से अटका नाले का निर्माण कार्य आखिरकार पूरा हो गया है। नगर परिषद की सख्ती से दुकानदारों ने अतिक्रमण हटाया। साढ़े चार करोड़ की लागत से तीन किलोमीटर लंबा नाला बनेगा जो नए बस स्टैंड से पावर हाउस और एसटीपी उनिंदा तक जाएगा। 2016 में मंज़ूर हुई यह परियोजना अब पूरी होगी जिससे स्वच्छता में सुधार होगा।

जागरण संवाददाता, मंडी अटाली। अटाली कस्बे में लंबे समय से अटका नाले का निर्माण कार्य आखिरकार सिरे चढ़ गया है। नगर परिषद की सख्ती और दुकानदारों द्वारा स्वयं अतिक्रमण हटाने के चलते अब नए बस स्टैंड से पावर हाउस और एसटीपी उनिंदा तक करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की लागत से करीब तीन किलोमीटर लंबा नाला बनाया जाएगा।
नगर परिषद के बार-बार नोटिस और चेतावनी के बाद कई दुकानदारों ने खुद ही खोखे और टीन शेड जैसे अवैध ढांचे हटा लिए। पावर हाउस की दीवार के साथ लगे अधिकांश खोखे हटने से सड़क चौड़ी और अतिक्रमण मुक्त हो गई है।
नगर परिषद सचिव प्रशांत पराशर ने स्पष्ट किया कि दुकानों के आगे बचे टीन शेड बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और नगरपालिका अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। नगर परिषद अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि सोमवार को औपचारिक खुदाई शुरू हो जाएगी।
नाले में बरसाती पानी और घरों की निकासी एकत्रित होगी और उसे एसटीपी से जोड़ा जाएगा। इस परियोजना को 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंज़ूरी दे दी थी, लेकिन तकनीकी खामियों और विभागीय मंज़ूरी न मिलने के कारण यह अधर में लटकी रही।
अब, अवैध अतिक्रमण हटाने और सभी विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद, निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने की योजना है। इसके अलावा, शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए सजावटी पेड़ लगाने, पॉलीथीन पर प्रतिबंध लगाने और कचरे का निर्धारित स्थानों पर निपटान करने के अभियान जारी रहेंगे। वर्तमान में, अटाली स्वच्छता रैंकिंग में 43वें स्थान पर है और नगर परिषद अपनी स्थिति सुधारने के लिए प्रयासरत है।
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