हाई बीपी के क्या हैं लक्षण, बन सकता है स्ट्रोक का कारण; ऐसे करें बचाव
नारनौल में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर डॉ. संदीप यादव ने उच्च रक्तचाप के लक्षणों - दिल की धड़कन का बढ़ना सिर दर्द और अधिक पसीने आना - के बारे में बताया। उन्होंने तनाव खान-पान और व्यायाम की कमी को मुख्य कारण बताया। बचाव के लिए नियमित व्यायाम तनाव मुक्त जीवन और समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी।

जागरण संवाददाता, नारनौल। सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार के निर्देशानुसार शनिवार को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर नर्सिंग ट्यूटर सवदेश की अध्यक्षता में “विश्व उच्च रक्तचाप दिवस कार्यक्रम” विषय पर जिला क्षय रोग केंद्र के नजदीक स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर पेटिंग प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता व नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप यादव ने कहा कि उच्च रक्तचाप एक गम्भीर बिमारी है, जो अनुवांशिक भी हो सकती है।
इसके होने के मुख्य कारण तनाव का बढ़ना, खान-पान में बदलाव, दैनिक योग से दूर रहना, तले हुए भोजन का अधिक मात्रा में प्रयोग, नींद का पुरा ना होना है। उन्होंने इसके बचाव के लिए उपस्थित विद्यार्थियों को उपाय बताए तथा सभी को सलाह दी कि समय समय चिकित्सक से सम्पर्क करते रहना चाहिए ताकि किसी भी गंभीर रोग होने से पहले बचा जा सके।
उच्च रक्तचाप के मुख्य लक्षण दिल की धड़कन का बढ़ना, सिर दर्द होना, चक्कर आना, अधिक पसीने आना है। साथ ही उन्होंने विधार्थियों को ब्लैड प्रेशर नापने का सही तरीके के बारे में बताया। उन्होंने जीवन शैली को बदलने के लिए नियमित व्यायाम करना, तनाव मुक्त रहे।
इसके अलावा पानी का सेवन अधिक मात्रा में करना, अधिक फल व सब्जियां खाना व जिन व्यक्तियों को उच्च रक्तचाप जैसी समस्या हो तो उन्हें समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श, दवाई लें व जांच भी समय-समय पर करवाते रहें। इस अवसर पर बाला कुमारी, प्रेमलता नर्सिंग टयूटर, दिनेश सैनी, संदीप कुमार उपस्थित थे।
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