AI तकनीक से ठगी का शिकार हुआ शख्स, खुद जालसाज के खाते में इस तरह ट्रांसफर किए साढ़े तीन लाख
महेंद्रगढ़ की जज कॉलोनी में रहने वाले एक व्यक्ति के कनाडा में रह रहे भतीजे की आवाज निकालकर साढ़े तीन लाख रुपये ठगी का मामला सामने आया है। प्राथमिक जांच में लग रहा है कि ठगों ने इसके लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल कर इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, नारनौल। महेंद्रगढ़ की जज कॉलोनी में रहने वाले एक व्यक्ति के कनाडा में रह रहे भतीजे की आवाज निकालकर साढ़े तीन लाख रुपये ठगी का मामला सामने आया है। प्राथमिक जांच में लग रहा है कि ठगों ने इसके लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल कर इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में शिकायतकर्ता कृष्णदत्त ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि उसका बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। 25 अप्रैल को उनके पास एक वॉट्सऐप कॉल आई और कॉलर ने कहा कि वह कनाडा से उनके छोटे भाई प्रकाश चंद्र का बेटा पंकज बोल रहा है। कॉलर की आवाज हूबहू पंकज जैसी ही थी।
पहले पीड़ित को 12 लाख रुपये ट्रांसफर करने की बात कही
इससे पीड़ित को लगा कि सामने वाला व्यक्ति पंकज ही है। पंकज बने इस व्यक्ति ने कहा कि ताऊजी उसको कनाडा में जमा पूंजी पर टैक्स देना पड़ रहा है। आप मुझे अपना बैंक खाता भेज दो मै आपके बैंक खाते में 12 लाख रुपये ट्रांसफर करवा देता हूं।
'आपके खाते में 12 लाख जमा हो गए'
पीड़ित ने उसकी बात पर विश्वास करते हुए अपना बैंक खाता उसके पास भेज दिया। कुछ देर बाद उनके पास मोबाइल नंबर 8815899581 से वॉट्सऐप कॉल आई। उसने कहा कि वह मुंबई से एजेंट बोल रहा है। आपके बैंक खाते में 12 लाख रुपये जमा हुए हैं। यह 12 लाख आपको 24 घंटे में मिल जाएंगे।
12 लाख जमा करने की भेजी रसीद
इसके थोडी देर बाद पंकज बने व्यक्ति की वॉट्सऐप कॉल आई और उसने कहा कि ताऊजी मैने आपको 12 लाख रुपये की रसीद, जो आपके खाते में पैसा जमा होने की है, वॉट्सऐप कर दी है, देख लेना। उसने अपने मोबाइल पर 12 लाख रुपये जमा होने बारे रसीद की फोटो वॉट्सऐप पर देखी।
इस बहाने से बदले में मांग लिए साढ़े तीन लाख
इसके करीब एक घंटे के बाद उनके पास मोबाइल नंबर 7703812886 से पंकज बने व्यक्ति की फिर वॉट्सऐप कॉल आई और उसने कहा कि ताऊजी मेरे दोस्त की माताजी अचानक बीमार हो गईं, जिसका ऑपरेशन होना है, उन्हें पैसे की जरूरत है। आज ही आपके पास 12 लाख रुपये डाल दिए, आप उनमें से 3,50,000 रुपये मेरे दोस्त के बैंक में जमा करवा दो। दोस्त को अरजेंट पैसों की आवश्यकता है।
इस दौरान भी भतीजे की हूबहू आवाज महसूस हुई। इसके बाद पीड़ित ने बताए गए बैंक खाते में साढ़े तीन लाख रुपये डाल दिए। इसके कुछ देर बाद फोन पर वॉट्सऐप देखा तो कथित भतीजे के नंबर से रसीद डिलीट हो चुकी थी। इस पर उन्हें संदेह हुआ कि ठगी की घटना घटित हो गई है। पीड़ित की शिकायत पर साइबर ठगों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।