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    पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष के भाई का मॉल किया सील, राजनीतिक दबाव का आरोप; 200 कर्मचारियों के रोजगार पर संकट

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 04:54 PM (IST)

    नारनौल में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष के भाई का मॉल सील कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद राजनीतिक दबाव के आरोप लग रहे हैं, जिससे मॉल में काम करने वाले लगभग 200 कर्मचारियों के रोजगार पर संकट आ गया है।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, नारनौल। हरियाणा विधानसभा क पूर्व उपाध्यक्ष संतोष यादव, पूर्व आइएएस अधिकारी अनिता यादव के भाई तथा परिवहन विभाग के पूर्व महाप्रबंधक लाजपत यादव का दो हजार गज में बने मॉल को नगर परिषद ने शुक्रवार को सील कर दिया। वहीं पूर्व महाप्रबंधक ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह राजनीति दबाव से हो रहा है, जबकि उन्होंने न्यायालय से स्थगन आदेश लिए हुए हैं।

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    शहर के महेंद्रगढ़ रोड पर बने नए मॉल को नगर परिषद की टीम ने बिना सीएलयू के निर्माण करने का आरोप लगाते हुए सील कर दिया। नगर परिषद की टीम दोपहर एक बजे बाद मॉल में पहुंची। इसके बाद टीम ने सिलिंग की कार्रवाई शुरू की। वहीं इस माल में करीब 200 कर्मचारी काम कर रहे थे। इस कारण सील होने पर सभी की छुट्‌टी कर दी गई। अब इनके रोजगार पर भी संकट है।

    नारनौल के महेंद्रगढ़ रोड पर लाजपत यादव ने एक-एक हजार गज जमीन पर दो हिस्सों में चार मंजिला मॉल बनाया हुआ है। इस मॉल को बनते हुए करीब सात साल हो गई हैं। दो अक्टूबर से इस माल में पहली बार एक बड़ा शोरूम भी खुला था। इसका लाखों रुपए का सामान सील होने के कारण माल के अंदर ही रह गया।

    पहले भी किया गया था सील

    इस बारे में नगर परिषद के ईओ सुशील कुमार के अनुसार इस मॉल को पहले भी सील किया गया था। इसके बाद मॉल के मालिक ने न्यायालय का सहारा लिया था। कोर्ट ने मालिक को दो साल का समय देकर इसकी सीएलयू लेने के लिए कहा था। मगर निर्धारित समय में मॉल के मालिक ने सीएलयू नहीं ली। इसके कारण इनको 280 का नोटिस दिया गया था। इसी के तहत यह पूरी कार्रवाई हुई है।

    राजनीति से प्रेरित होने का आरोप

    मॉल के मालिक लाजपत यादव ने बताया कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि माल के पीछे ही भाजपा का कार्यालय बन रहा है। भाजपा कार्यालय के लिए भी न तो सीएलयू ली गई है न ही अन्य कागजात। उन्होंने कहा कि डीटीपी की ओर से कोई मास्टर प्लान भी जिला में नहीं है। ऐसे में डीटीपी को भी सीएलयू देने में समय लग रहा है।

    उन्होंने बताया कि उन्होंने कोर्ट से स्टे ली हुई है। कोर्ट से स्टे लेने के बावजूद यह पूरी कार्रवाई की गई है। आज ही दोपहर बाद इस मामले में तारिख भी है। उन्हाेंने कहा कि यह कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है। उन्होंने पूरी कार्रवाई को गलत बताते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया।