7 वर्षीय बच्ची को टक्कर मारकर जंगल में फेंका, महेंद्रगढ़ पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाकर जंगल से बरामद किया शव
महेंद्रगढ़ में एक 7 वर्षीय बच्ची को टक्कर मारकर जंगल में फेंक दिया गया। महेंद्रगढ़ पुलिस ने रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया। बच्ची का शव जंगल से बरामद किया ग ...और पढ़ें

मृतक बच्ची की फाइल फोटो।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़। पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ के कुशल नेतृत्व में महेंद्रगढ़ पुलिस ने मानवीय संवेदना और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए, हिट एंड रन के एक अति संवेदनशील मामले का त्वरित भंडाफोड किया है।
पुलिस ने न केवल रात के घनघोर अंधेरे में घंटों की मशक्कत के बाद 7 वर्षीय मासूम बच्ची का शव बरामद किया, बल्कि आधुनिक तकनीक के सहारे आरोपी चालक की पहचान कर उसको भी ट्रेस कर लिया है।
घटनाक्रम 8 दिसम्बर देर शाम का है, जब फ्रेंड्स ईंट भट्टा, बचीनी निवासी राजेंद्र कुमार ने थाना सदर में सूचना दी कि एक तेज रफ्तार कैंटर चालक ने उसकी बेटी (उम्र करीब 6-7 साल) को टक्कर मार दी है और घायल अवस्था में बच्ची को अपने साथ लेकर फरार हो गया है।
कई थानों की संयुक्त टीम की गई गठित
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तुरंत प्रभाव से थाना सदर महेंद्रगढ़, थाना सतनाली, थाना शहर महेंद्रगढ़ और सीआईए की संयुक्त टीमों का गठन किया। जांच में सामने आया कि आरोपी चालक ने एक्सीडेंट के बाद साक्ष्य मिटाने और शव को खुर्द-बुर्द करने की नीयत से बच्ची को माधोगढ़ चौकी से आगे जंगल में फेंक दिया था।
शव की बरामदगी के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एक व्यापक सर्च आपरेशन चलाया गया। करीब 100 पुलिसकर्मियों ने माधोगढ़ चौकी से आगे माधोगढ़–सतनाली रोड पर लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में सघन तलाशी अभियान शुरू किया।
टॉर्च की रोशनी से चलाया सर्च ऑपरेशन
कड़ाके की ठंड और रात के अंधेरे में पुलिस के जवान टॉर्च की रोशनी में चप्पा-चप्पा छानते रहे। यह कार्रवाई इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण थी क्योंकि जंगल का क्षेत्र होने के कारण जंगली जानवरों द्वारा शव को नुकसान पहुंचाने की प्रबल आशंका थी। पुलिस की अथक मेहनत रंग लाई और रात करीब 11 बजे बच्ची का शव बरामद कर लिया गया।
इसके साथ ही, पुलिस ने तकनीकी जांच में भी तेजी दिखाई, सीसीटीवी कैमरों की गहन जांच से आरोपी के कैंटर का नंबर पता चला। इसके आधार पर पुलिस ने गाड़ी मालिक से संपर्क कर आरोपी चालक की पहचान की। पुलिस द्वारा इस मामले में अग्रिम कार्रवाई जारी है और आरोपी को जल्द ही सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
हड़ताल बनी बाधा, नारनौल में हुआ पोस्टमार्टम
चिकित्सकों की हड़ताल होने के कारण मृतक बच्ची के शव का पोस्टमार्टम महेंद्रगढ़ अस्पताल में नहीं हो पाया। पोस्ट मार्टम के लिए नारनौल भेजा गया। जिसके बाद नारनौल नागरिक अस्पताल में मृतक बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया गया।

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