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    एक माह पहले तैयार हुआ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, वाहनों के लिए आज से खुल जाएगा

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 29 Jul 2022 08:54 PM (IST)

    जागरण संवाददाता नारनौल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्धारित समय से एक माह पहले ही बनकर तैयार ह

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    एक माह पहले तैयार हुआ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, वाहनों के लिए आज से खुल जाएगा

    जागरण संवाददाता, नारनौल: ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्धारित समय से एक माह पहले ही बनकर तैयार हो गया है। 30 जुलाई से इस मार्ग को एनएचएआइ ने यातायात के लिए खोल दिया है और 31 जुलाई तक यात्री इस मार्ग पर बगैर किसी शुल्क के यात्रा कर सकेंगे। हालांकि एक अगस्त से इसपर शुल्क देना होगा। एनएचएआइ ने इस संबंध में महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र, रोहतक, कैथल, भिवानी, करनाल, चरखीदादरी और जींद के उपायुक्तों को पत्र भेजकर वाहनों के परिचालन का ट्रायल शुरू करने और प्रशासनिक स्तर पर सहयोग करने की अपील की है। नारनौल, महेंद्रगढ़, दादरी तथा भिवानी से चंडीगढ़ तक का थका देने वाला सफर अब महज तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा। नया नेशनल हाईवे 152डी न केवल बेहतरीन यात्रा का अनुभव देगा, बल्कि हाईवे के दोनों तरफ बिखरी हरियाली यात्रियों के लिए लुभाने का कार्य करेगी। यदि चंडीगढ़ से नारनौल जाने की बात करें तो इस्माइलाबाद कस्बे से जैसे ही नेशनल हाईवे नंबर 152 पर कुछ दूर चलेंगे तो इस मार्ग से आपको हिसार जाने की बजाय नारनौल की तरफ नया हाईवे 152डी मोड़ेगा । सितंबर तक संचालन की थी तैयारी

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    ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे को सितंबर तक तैयार होने की उम्मीद थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मार्ग को देश को समर्पित करेंगे। हाइवे के कार्य में आठ विश्व स्तर की रोड निर्माता कंपनियां लगी हुई थीं। इस मार्ग की खास बात यह होगी कि इस पर सौर ऊर्जा के पावर प्लांट लगाए गए हैं। रात को इस हाइवे का नजारा देखते ही बनेगा। बाक्स सभी सुविधाओं से होगा लैस

    विश्व स्तर की सभी सुविधाओं का ध्यान इस मार्ग के निर्माण में रखा गया है। अंबाला-कोटपुतली कारिडोर में पर्यावरण के अनुकूल विशेषताएं होंगी। इनमें प्रत्येक 500 मीटर पर जल संचयन स्थल शामिल हैं। इसके दोनों ओर करीब डेढ़ लाख पेड़ लगाए जा रहे हैं।विश्व स्तरीय यात्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा, जिसमें फूड कोर्ट और ईंधन भरने की सुविधाएं शामिल हैं। 5000 करोड़ रुपये हुए खर्च

    इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य पर लगभग पांच हजार करोड़ खर्च हुए हैं। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से नारनौल, महेन्द्रगढ़, कनीना, चरखी दादरी, कलानौर, भिवानी, महम, रोहतक, सफीदों, जींद और कैथल के लोगों को सीधा फायदा पहुंचेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसकी लंबाई 313 किलोमीटर है, से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को एक बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। छह लेन का एक्सप्रेस वे अंबाला से नारनौल होते हुए राजस्थान के जयपुर के पास कोटपुतली तक पहुंचेगा। यह एक आर्थिक गलियारा है जिसमें चार सड़क परियोजनाएं शामिल हैं।