शहीद की मूर्ति तोड़ने के विरोध में महापंचायत का ऐलान
कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में बृहस्पतिवार की रात अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा शहीद महेशपाल की प्रतिमा को तोड़ने के विरोध में शुरू किया गया धरना-प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने में पाथेड़ा, खेड़ी, केमला, छितरौली, अगिहार व खरकड़ा बास आदि गांव के लोगों ने भाग लिया। शहीद की प्रतिमा तोड़ देने से ग्रामीणों में रोष है। दूसरी ओर, ग्रामीणों की मांग पर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल भी मौके पर पहुंचे और अपराधियों को जल्द गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया।
संवाद सहयोगी, कनीना :
कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में बृहस्पतिवार की रात अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा शहीद महेशपाल की प्रतिमा को तोड़ने के विरोध में शुरू किया गया धरना-प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने में पाथेड़ा, खेड़ी, केमला, छितरौली, अगिहार व खरकड़ा बास आदि गांव के लोगों ने भाग लिया। शहीद की प्रतिमा तोड़ देने से ग्रामीणों में रोष है। दूसरी ओर, ग्रामीणों की मांग पर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल भी मौके पर पहुंचे और अपराधियों को जल्द गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि शहीद महेश पाल निवासी धनौंदा की प्रतिमा का बृहस्पतिवार को किसी ने मूर्ति का सिर धड़ से अलग कर दिया था। शुक्रवार को जब लोगों ने घटना को देखा तो रोष पनपता चला गया और धरना शुरू हो गया। मौके पर विभिन्न अधिकारी एवं नेता विशेषकर अनीता यादव व ठाकुर अत्तरलाल आदि पहुंचे। इसके बाद ग्रामीण दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। दूसरे दिन धरने को संबोधित करते हुए प्रजा भलाई संगठन के सुप्रीमो ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने पुलिस प्रशासन की लचर कार्यवाही पर ¨चता प्रकट करते हुए सरकार को अल्टीमेटम दिया कि रविवार तक पुलिस ने दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया तो 11 गांवों की महापंचायत की जाएगी। धरना स्थल पर उपमण्डल अधिकारी नागरिक, डीएसपी तथा एसएचओ कनीना पहुंचे तथा लोगों को पुलिस की कार्यवाही से अवगत करवाकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की परंतु ग्रामीणों ने धरना स्थल पर पुलिस अधीक्षक को बुलाने की मांग की। बाद में पुलिस अधीक्षक ने धरनास्थल पर पहुंचकर लोगों को आश्वासन दिया कि कल तक पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करने में जरूर कामयाब होगी।धरने को ठाकुर रतन ¨सह, भारत, सुभाष परमार, विजय राठी, ओमप्रकाश कौशिक, सुनीता वर्मा ने संबोधित करते हुए अब तक की पुलिस कार्यवाही पर असंतोष जताया और धरने को अपराधियों की गिरफ्तारी तक जारी रखने की घोषणा की। धरने में शहीद के भाई जीतपाल ¨सह, रामपाल, बाबूलाल, महेंद्र ¨सह, सुजान नंबरदार, ठाकुर मीर ¨सह, हनुमान, कर्ण ¨सह, हरफूल ¨सह, जीवन ¨सह, सुनील पंच, घनश्याम पंच, रामबिलास पंच, अजय, नरेश, मनोज, सूबेदार मालाराम, रवींद्र शर्मा, राजेंद्र ¨सह पंच, सज्जन, रामकिशोर, जोगेंद्र, मनोज तंवर, सतीश, राजेश, दर्शन, कमल, प्रदीप, कपिल, जर्मन, कर्मबीर पंच, नर¨सह, सुमेर, मोहित, सचिन व विष्णु आदि सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया।