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    मालिक बनने का सपना देखें, नौकर बनने का नहीं

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 04 Apr 2017 07:35 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, नारनौल: जिस कॉलेज से पढ़ाई की, उसी में करीब तीन दशक बाद मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे कृष ...और पढ़ें

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    मालिक बनने का सपना देखें, नौकर बनने का नहीं

    जागरण संवाददाता, नारनौल: जिस कॉलेज से पढ़ाई की, उसी में करीब तीन दशक बाद मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने छात्र-छात्राओं को सफलता के टिप्स दिए। साथ ही कहा कि विद्यार्थियों को जीवन में बड़ा ध्येय सामने रखकर मेहनत करनी चाहिए। यहां के विद्यार्थियों में उसे हासिल करने का साम‌र्थ्य है। इसलिए वे अपना काम शुरू कर मालिक बनने का सपना देखें, नौकरी करने का नहीं। वे मंगलवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारनौल के वार्षिक पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। उन्होंने अपनी स्वैच्छिक निधि से कॉलेज लाइब्रेरी के लिए पांच लाख रुपये की राशि भी दी।

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    अपने भाषण के दौरान मुख्यातिथि ने मंच से विद्यार्थियों से उनके भविष्य की योजनाओं से संबंधित सवाल पूछे। इसमें सर्वाधिक लोगों ने बताया कि वे नौकरी करना चाहते हैं जबकि उद्योग स्थापित करने की बात सबसे कम लोगों ने कही। इस पर उन्होंने कहा कि यह हमारे नीति निर्धारकों की कमी रही कि जो लोग वाणिज्य पढ़ते हैं, वे अपना उद्योग स्थापित करने की नहीं सोचते। इसी तरह राजनीतिशास्त्र पढ़ने वाले राजनेता बनने की बजाय शिक्षण को अपना करियर बनाते हैं।

    उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन में लॉर्ड मैकाले ने देशवासियों को अपना नौकर बनाने के लिए जो शिक्षा पद्धति शुरू की थी, उसी का नतीजा है कि आज भी हम आज भी नौकरी करना पसंद करते हैं, खुद मालिक बनना नहीं चाहते। आज ही विद्यार्थी संकल्प लें कि वे मालिक बनेंगे। वे खुद अपना काम शुरू करें और बाकी लोगों को भी काम दें। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी जीवन में ही वे आरएसएस और एबीवीपी से जुड़ गए थे, जिसने उन्हें मालिक बनने का सपना दिखाया।

    विद्यार्थियों को कर्म, विकर्म और अकर्म का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि सबसे पहले जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें और उसके अनुरूप आगे बढ़ें। अपने मन का काम करें, जिस काम को करने में मजा आता है, उसे करें। जब मन का काम करेंगे तो बोझ महसूस नहीं होगा। बाबा रामदेव का उदाहरण देकर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि अपने मन में नकारात्मक विचारों को न ठहरने दें।

    इस अवसर पर कॉलेज के ही छात्र और शिक्षक रह चुके विधायक डॉ. अभय ¨सह ने विद्यार्थियों से कहा कि सिर्फ मेहनत का रास्ता ही उनकी ¨जदगी बदल सकता है। इस उम्र में सही फैसला लेने में चूक की तो ¨जदगी भर उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अब की गई मेहनत से पूरी ¨जदगी सुखमय रहेगी। नारनौल से विधायक ओमप्रकाश यादव ने भी छात्रों को परिश्रम करने का संदेश दिया। इस अवसर पर हरियाणा एग्रो के चेयरमैन गो¨बद भारद्वाज, व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन गोपालशरण गर्ग, भाजपा मीडिया सहप्रवक्ता सत्यव्रत शास्त्री, कॉलेज प्राचार्य वीके दहिया, पूर्व प्राचार्य र¨वदर राव, सुमेर ¨सह, उप प्राचार्य एनएन यादव सहित काफी विशिष्टजन उपस्थित रहे।

    पारितोषिक वितरण किए बिना ही चले गए मुख्यातिथि

    राजकीय महाविद्यालय के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे कृषि मंत्री बिना पुरस्कार वितरित किए ही चले गए। इसके चलते पूर्व प्राचार्य र¨वद्र राव और सुमेर ¨सह ने शिक्षा, खेल, सांस्कृतिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्टता हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया।

    सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मन मोहा

    वार्षिकोत्सव के दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उपस्थित जनों का मनोरंजन किया। गणेश वंदना और ग्रुप डांस की प्रस्तुति बेहतर रही। ¨प्रसिपल वीके दहिया ने कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए सालभर की उपलब्धियों का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि नैक टीम के दौरे के बाद कॉलेज को बी प्लस ग्रेड मिला है, जो कि यहां के विद्यार्थियों के लिए गर्व का विषय है।

    उप प्राचार्य ने पेश की कॉलेज की मांगें

    कॉलेज उप प्राचार्य एनएन यादव ने मंच से कॉलेज की मांगों को मुख्यातिथि के समक्ष पेश किया। उन्होंने कॉलेज में 18 कमरों के पीजी साइंस ब्लॉक बनवाने की मांग की। साथ ही कहा कि कॉलेज के पास पर्याप्त जगह है, इसलिए खेल स्टेडियम बनवाया जाए ताकि युवाओं को बेहतर तैयारी का मौका मिल सके। वर्षों से खराब पड़े कॉलेज के सीवरेज सिस्टम को ठीक करवाने की मांग भी रखी गई। इसके अलावा कंडम पड़े छात्रावास की मरम्मत के साथ ही लड़कियों के लिए भी छात्रावास निर्माण की बात उठाई। इसके साथ ही फिजिक्स और सोशल वर्क में पीजी कक्षाएं नए शिक्षा सत्र से शुरू करवाने की भी मांग रखी गई।