कुरुक्षेत्र: धुराला-धंतौड़ी मार्ग पर दो मौत के बाद भी प्रशासन बेखबर, आए दिन हो रहे हादसे
शाहाबाद के गांव धुराला से धंतौड़ी तक की सड़क खस्ताहाल है, जिससे यह ग्रामीणों के लिए जानलेवा बन गई है। गहरे गड्ढों और टूटी सड़क के कारण दो लोगों की मौत ...और पढ़ें
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कुरुक्षेत्र: धुराला-धंतौड़ी मार्ग पर दो मौत के बाद भी प्रशासन बेखबर। सांकेतिक फोटो
संवाद सूत्र, शाहाबाद। गांव धुराला से धंतौड़ी तक की पीडब्ल्यूडी सड़क इन दिनों आम रास्ता नहीं, बल्कि ग्रामीणों के लिए मौत की सड़क बन चुकी है। जगह-जगह गहरे खड्डे, उखड़ी परत और टूटी सड़क ने लोगों का सफर बेहद खतरनाक कर दिया है।
इस बदहाल सड़क के कारण अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की उदासीनता सामने आ रही है। इस मार्ग से रोजाना चार से छह गांवों के हजारों ग्रामीणों का आना-जाना होता है। खासकर चनार्थल और सराय सुखी के पास हालात सबसे अधिक भयावह बने हुए हैं, जहां आए दिन हादसे हो रहे हैं।
रात के समय अंधेरा और सर्दियों में घनी धुंध इस सड़क को और भी जानलेवा बना देती है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि देर रात किसी बीमार को अस्पताल ले जाना पड़े तो रास्ते की हालत के कारण जान बचाना मुश्किल हो जाता है। दोपहिया वाहन चालक हों या कार सवार, सभी डर के साए में इस सड़क से गुजरने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे लोगों में भारी रोष है। उल्लेखनीय है कि यह सड़क वर्ष 2023 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई थी, लेकिन महज दो साल में ही सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
इस मामले में शाहाबाद की एसडीएम चिनार चहल ने बताया कि सड़क की स्थिति को लेकर संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही सड़क सुरक्षा कमेटी में भी इस विषय को प्रस्तावित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए सड़क को जल्द ठीक करवाया जाएगा। इसके अलावा यह भी वेरिफिकेशन किया जाएगा कि सड़क कब बनी थी और इसके रखरखाव की जिम्मेदारी किस अवधि तक थी।

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