ऋषि मुनि एकांत में रहकर विद्याओं का करते थे अध्ययन : गोस्वामी
हिदू शिक्षा समिति व विद्या भारती हरियाणा के तत्वावधान में आयोजित आचार्य विकास वर्ग शिविर संपन्न हो गया। समापन समारोह गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के मा ...और पढ़ें

-गीता निकेतन आवासीय विद्यालय में चल रहे 15 दिवसीय आचार्य विकास वर्ग का समापन जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हिदू शिक्षा समिति व विद्या भारती हरियाणा के तत्वावधान में आयोजित आचार्य विकास वर्ग शिविर संपन्न हो गया। समापन समारोह गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के माधव विशाल कक्ष में किया गया। मुख्यातिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने शिरकत की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान कुरुक्षेत्र के सह-सचिव ललित बिहारी गोस्वामी उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता ललित बिहारी गोस्वामी ने कहा कि प्राचीन काल में भी ऋषि मुनि कुछ समय के लिए एकांत में रहकर विद्याओं का अध्ययन एवं चितन मनन करते थे। आज भले ही हम प्रशिक्षित आचार्य हैं, लेकिन हमें भी इस प्रकार के वर्गों में रहकर अपनी पाठनशैली, सामान्य ज्ञान, शिक्षणविधि, पाठ्येतर गतिविधियां विषयों पर गहन चितन और अभ्यास करने का सुअवसर मिलता है। वर्गार्थी आचार्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कविता, नाटक, सूर्य नमस्कार व योगासन जैसे शिक्षणात्मक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि आज तकनीक का युग है, सभी आचार्यों को तकनीकी ज्ञान का प्रयोग कर अपने शिक्षण को रोचक बनाना है। हिदू शिक्षा समिति हरियाणा के अध्यक्ष डा. ऋषिराज वशिष्ठ ने कहा कि वर्ग में कक्षा शिक्षण के अतिरिक्त नेतृत्व, सामूहिकता, अनुशासन, योग सहयोग, वाद्य, गायन गुणों का भी विकास होता है, जो हमारे शिक्षण को पुष्ट बनाता है। वर्ग संयोजक सुभाष शर्मा ने वर्ग का वृत्त प्रस्तुत किया। इस मौके पर डा. प्रमोद, धनेश चंद्र डिमरी, महामंत्री डा. अवधेश पाण्डेय, विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष डा. घनश्याम शर्मा, रमेश गुलाटी, अशोक रोशा, रमेश शास्त्री व अश्वनी गुप्ता मौजूद रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।