Kurukshetra News: 'मैं चार्जर लेकर आऊं', सहेलियों से यह कह हॉस्टल के कमरे में गई छात्रा और फांसी लगा दी जान
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान शगुन के रूप में हुई है जो बीएससी फिजिकल साइंस की छात्रा थी। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मृतका के पिता ने किसी पर शक नहीं जताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में शनिवार को एक छात्रा ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
मृतक छात्रा की पहचान जींद जिले के गांव छातर निवासी 19 वर्षीय शगुन के रूप में हुई है। वह बीएससी फिजिकल साइंस प्रथम वर्ष में पढ़ रही थी और लक्ष्मी बाई छात्रावास में रहती थी।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे उसने अपने कमरे में फंदा लगा लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर एलएनजेपी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। उसके द्वारा ये कदम उठाने के पीछे का कोई कारण फिलहाल सामने नहीं आया है और न ही पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट मिला है।
मृतका के पिता संजय ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि शनिवार सुबह करीब 11 बजे उनकी पत्नी के पास बेटी शगुन की रूम मेट ने कॉल करके सूचना दी कि शगुन ने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा लिया है।
सूचना मिलने के बाद वे दोपहर करीब सवा एक बजे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में अपने भाई के साथ पहुंचे, जहां पहले से ही पुलिस, एफएसएल टीम, और कुवि के अधिकारी मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि लक्ष्मी बाई छात्रावास के कमरा नंबर 17 में उनकी बेटी शगुन पंखे से फंदा लगाकर लटकी हुई थी और बेड पर एक प्लास्टिक की कुर्सी भी गिरी हुई थी। उनके पहुंचने के बाद शव को पंखे पर लगे फंदे से उतारा गया और एलएनजेपी अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और उन्हें नहीं पता कि शगुन ने यह कदम क्यों उठाया। संजय ने बयानों में कहा कि उन्हें व उनके परिवार को किसी पर भी शक नहीं है और न ही वह किसी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।
सहेलियों को फोन का चार्जर लाने की बात कहकर कमरे में गई थी शगुन
मृतका के साथ छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने बताया कि शनिवार सुबह शगुन ही उन्हें कामन रूम में लेकर गई थी। वहां पहुंचने के कुछ देर बाद उसने कहा कि वह अपने फोन का चार्जर कमरे में ही भूल गई है। उन्हें वहीं रुकने की बात कहकर शगुन कमरे में चली गई।
जब वह काफी देर तक नहीं लौटी तो उसकी सहेलियां उसे देखने के लिए कमरे पर गई। वहां पहुंचने पर उन्होंने देखा कि शगुन पंखे से फंदा लगाकर लटकी हुई थी। इसके बाद उन्होंने वार्डन और शगुन के स्वजनों को इसकी सूचना दी।
घर पर हुई थी बात
थर्ड गेट चौकी इंचार्ज एएसआई विनोद कुमार ने बताया कि एक कमरे में चार छात्राएं रहती थीं। इनमें से एक घर गई हुई थी। दो रूममेट छात्राओं ने बताया कि घटना से पहले मृतक छात्रा की फोन पर अपने घरवालों से बातचीत हुई थी। इस दौरान मृतका उन दोनों छात्राओं को लेकर कामन रूम में चली गई।
वहां से चार्जर का बहाना बनाकर अपने रूम में चली गई थी। उधर मुख्य सुरक्षा अधिकारी डा. आनंद ने बताया कि ये उनका घरेलू मामला है। बताया जा रहा है कि घटना से पहले छात्रा फोन पर अपनी मां से बात कर रही थी। उनके बीच क्या बात हुई होगी, इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
9 वर्ष पहले छात्रा ने हॉस्टल में किया था सुसाइड
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में इससे पहले आत्महत्या का एक मामला लगभग 9 साल पहले 6 अप्रैल 2016 को हुआ था। उस समय भी 22 वर्षीय एक छात्रा ने अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या की थी।
उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने अपनी एक सहपाठी पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट में उस छात्रा ने अपने एक सहपाठी पर मोबाइल फोन पर संदेश भेजकर और काल करके शादी के लिए दबाव बनाकर उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
लॉ विभाग के छात्र ने पिछले वर्ष की थी आत्महत्या
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ला विभाग के एक छात्र ने 28 सितंबर 2024 को विश्वविद्यालय के बाहर शहर की एक धर्मशाला में फंदा लगाकर आत्महत्या की थी।
पुलिस के अनुसार मृतक छात्र ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। सुसाइड नोट में उसने लिखा था कि यह उसका निजी फैसला है और इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
सुबह सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंच गए थे। एफएसएल टीम को बुलाया गया, जिसने घटनास्थल से तथ्य जुटाए। हालांकि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मृतका के स्वजनों को सूचित कर मौके पर बुलाया गया। उसके पिता संजय के बयान के आधार पर कार्रवाई की गई है और शव का पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया गया है। - एएसआई विनोद कुमार, इंचार्ज, थर्ड गेट चौकी।
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