विज्ञान प्रदर्शनी के प्रथम ग्रुप में शगुन और संचित प्रथम
सतलुज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में विज्ञान गणित और आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें तीसरी से 11वीं कक्षा ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, शाहाबाद मारकंडा: सतलुज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में विज्ञान, गणित और आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें तीसरी से 11वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों के बनाए विज्ञान के मॉडलों ने सभी को आश्चर्यचकित किया। मॉडलों से विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्यातिथि रसायन विज्ञान के प्राध्यापक डॉ.सुरेश कुमार व डॉ.अमित कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया। प्रदर्शनी का अवलोकन कर विद्यार्थियों को विज्ञान के विषय में प्रयोग जारी करने का आह्वान किया। स्कूल के प्राचार्य डॉ.आरएस घुम्मन ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी के प्रथम गु्रप में शगुन व संचित प्रथम, सिमरत व कनिष्का द्वितीय, हरप्रीत, रितिका तृतीय रहे। द्वितीय वर्ग में पारस व मयंक प्रथम, मनदीप सिंह घुम्मन व प्रिस द्वितीय, यशिका, आर्यन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। तृतीय वर्ग में प्रशांत व आयुष प्रथम, प्रिस व करण द्वितीय, जाह्नवी व प्राची तृतीय रहे। गणित प्रदर्शनी के प्रथम वर्ग में हरमंजीत व हर्षप्रीत प्रथम, जसप्रीत कौर व सोनाक्षी सैनी द्वितीय, जशनदीप व हरमीत कौर तृतीय रहे। द्वितीय वर्ग में योगेश व नमन प्रथम, दिव्य व वंशिका द्वितीय, प्रियंका तृतीय स्थान पर रहे। आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी के प्रथम वर्ग में नीतिका प्रथम, युवराज द्वितीय व जसप्रीत तृतीय रहे। द्वितीय वर्ग में गगनप्रीत प्रथम, भ्रमजोत द्वितीय व नवजोत तृतीय रहा। विजेता विद्यार्थियों को अतिथियों व प्राचार्य ने पुरस्कार वितरित किए। प्रदर्शनी का आयोजन स्कूल के उपप्राचार्य वीरेंद्र सिंह, प्रबंधक मनोज भसीन, मेहुल गोयल, संदेश कुमार, संदीप सिंह, शिव कुमार, तनवी, लीना व मनरूप की देखरेख में हुआ। इस मौके पर संतोष घुम्मन, मनिद्र सिंह घुम्मन, मोनिका घुम्मन, मुकेश दुआ, पूर्ण चंद शर्मा मौजूद थे। दून पब्लिक स्कूल में मनाया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
लाडवा: लाडवा के दून पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने रसायन विज्ञान के विभिन्न तरह के रसायनों के प्रयोग कर उनके प्रतिक्रिया एवं प्रभावों के बारे में जानकारी दी। भौतिक विज्ञान विभाग ने चुंबकीय प्रभावों एवं ध्वनि तथा प्रकाश के प्रयोगों को दर्शाया। जीव विज्ञान विभाग ने लाइव प्रयोग दिखाए। विज्ञान की अध्यापिकाओं ने बच्चों की इन प्रयोगों में मदद की। उन्हें विज्ञान का महत्व बताते हुए कहा कि कैसे हम रो•ामर्रा के कामों में विज्ञान का प्रयोग करते हैं। स्कूल के डायरेक्टर प्रमोद शर्मा ने छात्रों को बताया कि वर्ष 1928 में एक भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन ने एक भौतिक घटना की खोज की, जिसे आज रमन इफेक्ट के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1930 में उनकी इसी उल्लेखनीय खोज के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला, जो कि विज्ञान के क्षेत्र में भारत में पहला नोबेल पुरस्कार था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।