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    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया हरियाणा मंडप का शुभारंभ, चखा देसी घी की जलेबी का स्वाद

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुरुषोत्तमपुरा बाग में हरियाणा मंडप का शुभारंभ किया। इसके अलावा गीता मूर्ति शिल्प उद्यान का किया उद्घाटन। सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की प्रदर्शनी का भी किया शुभारंभ। वहीं देसी घी की जलेबी खाई।

    By Vinish GodEdited By: Anurag ShuklaUpdated: Tue, 29 Nov 2022 06:03 PM (IST)
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    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुरुषोत्तमपुरा बाग में पूजन किया।

    जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। पुरुषोत्तमपुरा बाग स्थित हरियाणा मंडप का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रीबन काटकर किया। उन्होंने हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग और हरियाणा कला परिषद की ओर से तैयार इस हरियाणा मंडप का दौरा भी किया। इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा भी मौजूद रहे।

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    इस दौरान उन्होंने सबसे पहले रायल पराठा जंक्शन का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने विश्व के सबसे बड़े पराठें को देखा और देसी घी की जलेबी का स्वाद भी लिया। कुरुक्षेत्र के शीशपाल हलवाई की रबड़ी जलेबी की भी सराहना की। राष्ट्रपति ने हरियाणा मंडप में हरियाणा के ग्रामीण हस्तशिल्प कला का नमूना शहतूत की बनाई गई पुरानी टोकरी देखी। उन्होंने हिसार के मास्टर विजेंदर सिंह द्वारा पहली सदी से लेकर अब तक जारी किए गए सभी सिक्के जिनमें भारतीय रियासतों के सिक्के, स्टैंप, कोडी शामिल है उनकी जानकारी भी ली। राष्ट्रपति ने हिसार की सुमित्रा द्वारा बनाए गए लकड़ी के मनकों को देखा। सुमित्रा हिसार में सेल्फ हेल्प ग्रुप चलाती है और बड़ी संख्या में महिलाएं इनके साथ जुड़कर कार्य करती हैं। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र के अमरजीत पासवान द्वारा बनाई गई लकड़ी की हस्तशिल्प कृतियों का निरीक्षण भी किया।

    महावीर गुड्डू ने बांधा समां

    हरियाणवी कलाकार महावीर गुड्डू भी अपनी मंडली के साथ हरियाणवी संस्कृति का समां बांधते नजर आए। राघवेंद्र मलिक द्वारा पंडाल में हरियाणवी पैतृक संपत्ति पर प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें प्राचीन काल से अब तक हरियाणा के घरों में प्रयोग होने वाली वस्तुओं को दर्शाया गया है, जिसमें हरियाणा का रहन-सहन, पहनावा, खेत, संगीत से लेकर प्रत्येक दिन प्रतिदिन काम आने वाली वस्तुओं को दर्शाया गया है।

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    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया। प्रदर्शनी में राष्ट्रपति ने गीता प्रसंग के साथ गीता उपदेशों के साक्ष्यों के कलाकृति को सजगता पूर्ण देखा। वहां स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के वीरों के योगदान की कहानी, अभिलेख व तस्वीरों की जुबानी की प्रदर्शनी को देखते हुए हरियाणा के गौरवमयी इतिहास सहित आठ साल राख्या ख्याल को समर्पित हरियाणा की विकास योजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यशैली की सराहना की। प्रदर्शनी में 48 कोस के तीर्थ स्थलों के चित्र और कुरुक्षेत्र को तीर्थयात्रा पर्यटन के विकास के लिए उठाए गए हरियाणा सरकार के प्रयासों को उल्लेखनीय बताया।

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया गीता शिल्प कला उद्यान का उद्घाटन

    आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष को समर्पित देवभूमि कुरुक्षेत्र के पुरुषोत्तमपुरा बाग में बनाया गया गीता मूर्ति शिल्प उद्यान का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उद्घाटन किया। इस उद्यान में महाभारत पर आधारित 21 मूर्तियां स्थापित हैं। मूर्तियों को हरियाणा राज्य के साथ-साथ ओड़ीशा, तेलंगाना, राजस्थान और असम के 21 शिल्पकारों ने 21 दिनों में 21 मूर्तियों को तैयार किया गया है।