CBSE की पहल: बच्चों के 'गुरु' बनेंगे मोटू-पतलू, पैसे का महत्व-बचत और निवेश करना सीखेंगे; TAX का भी पढ़ेंगे पाठ
सीबीएसई ने बच्चों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने के लिए एक नई पहल की है। इसके तहत, छात्रों को टैक्स की जानकारी देने के लिए मोटू-पतलू कार्टून किरदारों का उपयोग किया जाएगा। कामिक पुस्तकों के माध्यम से बच्चों को पैसे का महत्व, बचत और निवेश के बारे में सिखाया जाएगा।

CBSE की पहल: बच्चों के 'गुरु' बनेंगे मोटू-पतलू। फाइल फोटो
रीतिका एस. वोहरा, कुरुक्षेत्र। बच्चों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना आज के समय की जरूरत है। बचत, बजट और निवेश जैसी आदतें बचपन से ही विकसित हों, इसी सोच के साथ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अनोखी पहल की है।
बोर्ड अब छात्रों को टैक्स लिटरेसी सिखाने के लिए लोकप्रिय कार्टून किरदार मोटू-पतलू की मदद लेने जा रहा है। इस पहल के तहत जारी की गई कामिक पुस्तकों में मनोरंजन के साथ वित्तीय ज्ञान भी समाहित है।
इन कहानियों के जरिए बच्चे पैसे के मूल्य को समझेंगे, समझदारी से खर्च करना सीखेंगे और भविष्य की आर्थिक चुनौतियों का सामना करने को तैयार होंगे। मोटू और पतलू जैसे किरदार संवादों के माध्यम से छात्रों को यह समझाएंगे कि कैसे टैक्स के माध्यम से देश की आधारभूत संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सार्वजनिक सेवाएं सुदृढ़ होती हैं।
यह पहल बच्चों में आर्थिक समझ को विकसित करने, जिम्मेदार नागरिक बनाने की भावना को जगाने और कर प्रणाली के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
हास्य और कहानी के मेल से प्रस्तुत यह कामिक श्रृंखला न केवल सीखने की प्रक्रिया को रोचक बनाएगी, बल्कि बच्चों में टैक्स भुगतान के प्रति गहरी समझ भी विकसित करेगी। हिंदी, अंग्रेजी सहित पांच भाषाओं में लान्च कामिक्स कैरेक्टर के मजेदार संवाद आयकर से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों को आसान तरीके से बताएंगे।
इसमें आयकर की कहानी, टैक्स परी, पैन कार्ड की कहानी आदि पर कामिक बुक तैयार की गई हैं। सीबीएसई ने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्राचार्य को शिक्षकों व अभिभावकों के साथ इसे सांझा करने को कहा है।
बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट से कामिक बुक को डाउनलोड कर सकते हैं। ये बुक्स अंग्रेजी, हिंदी, तेलुगु, तमिल और गुजराती भाषा में उपलब्ध हैं।
ये किताबें हुई लान्च मोटू-पतलू और कायदे का फायदा, मोटू-पतलू और आनलाइन जिंदगी, मोटू-पतलू और कहानी इनकम टैक्स की, मोटू-पतलू और हमारा भारत महान, मोटू-पतलू और हम साथ-साथ हैं, मोटू-पतलू और टैक्स परी, मोटू-पतलू और कहानी पैन कार्ड की, लान्च की गई है।
टैक्स लिटरेसी को स्कूलों से जोड़ेगा सीबीएसई सीबीएसई ने अपने सर्कुलर में सभी एफिलिएटेड स्कूलों से अपील की है कि इन कामिक्स को छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच शेयर करें।
स्कूल चाहे तो इनके कंटेंट को अवेयरनेस एक्टिविटी में शामिल कर सकते हैं। मशहूर कार्टून कैरेक्टर मोटू-पतलू को मुख्य किरदार बनाया गया है। इनके जरिए बच्चों को टैक्स क्यों देना जरूरी है। टाइम पर टैक्स भरने के फायदे और देश के विकास में टैक्स की भूमिका जैसे अहम विषय बेहद आसान तरीके से समझाए गए हैं। हर बुक के आखिर में बच्चों के छोटे-छोटे क्विक गेम्स और पजल्स जैसे भूल भुलैया भी जोड़े गए हैं।
सीबीएसई ने आयकर विभाग के सहयोग से स्कूली छात्रों को इनकम टैक्स का महत्व समझाने और इसके प्रति जागरूक करने की दिशा में सराहनीय पहल की है। इसके तहत बच्चों का लोकप्रिय कार्टून कैरेक्टर मोटू और पतलू पर आधारित पुस्तकों की नई शृंखला शुरू की गई है।
उद्देश्य छात्रों को रचनात्मक और मनोरंजक तरीके से टैक्स का ज्ञान प्रदान करना है। इसके लिए जनसंपर्क निदेशालय और आयकर निदेशालय की संयुक्त पहल पर आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत कामिक पुस्तकों का एक सेट विभिन्न भारतीय भाषाओं में प्रकाशित किया गया है।
इन पुस्तकों के माध्यम से बच्चों को सरल और आकर्षक भाषा में आयकर से जुड़ी बुनियादी जानकारियां दी गई हैं।
- रीटा गोयल, डिस्ट्रिक्ट को-आर्डिनेटर

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