International Gita Mahotsav 2023: खादी कुर्ते के साथ ‘मोदी जैकेट’ बनी लोगों की पसंद
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव(International Gita Mahotsav 2023) में उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी समीर पुरुषों के कुर्ते खादी की जैकेट गर्म शर्ट लेकर पहुंचे हैं। मगर सबसे ज्यादा मोदी जैकेट की डिमांड है। समीर बताते हैं कि यह उनका पुश्तैनी कार्य है। यह कार्य पिछले 30 वर्ष से कर रहे हैं। उनकी स्टॉल पर 300 से लेकर 800 रुपये तक के खादी के कपड़े हैं।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी समीर पुरुषों के कुर्ते, खादी की जैकेट, गर्म शर्ट लेकर पहुंचे हैं। खास बात यह है कि उनके स्टाल पर खादी का कुर्ता पायजामा तो पसंद किया ही जा रहा है।
स्टॉल पर 300 से लेकर 800 रुपये तक के खादी के कपड़े
मगर सबसे ज्यादा मोदी जैकेट की डिमांड है। समीर बताते हैं कि यह उनका पुश्तैनी कार्य है। यह कार्य पिछले 30 वर्ष से कर रहे हैं। उनकी स्टॉल पर 300 से लेकर 800 रुपये तक के खादी के कपड़े हैं।
खासमीर ने बताया कि खादी के कपड़ों की एक खासियत यह भी है कि उसका रंग वैसे का वैसा बना रहता है।पहले धागा चरखे पर चढ़ाया जाता है और फिर उसकी तानी करते हैं।
कुरुक्षेत्र के अलावा इन ंराज्यों में भी लगाते हैं स्टॉल
समीर ने बताया कि वे कुरुक्षेत्र के अलावा गोवा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब सहित कई प्रदेशों में लगने वाले बड़े मेलों में जाते हैं। वह इस बार एक साल के बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक के लिए कुर्ता पायजामा लेकर आए हैं।
यह केवल कपड़ा नहीं है बल्कि एक विरासत है-समीर
उन्होंने कहा कि खादी का कोई सानी नहीं है। यह केवल कपड़ा नहीं है बल्कि एक विरासत है जो हमारे गौरवमयी इतिहास को बयां करती है। इसलिए हमें इस परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत है, ताकि आने वाले युवा भी खादी से जुड़े इतिहास को देख और समझ सकें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।