प्रतियोगिताओं में युवाओं की बढ़े प्रतिभागिता, बेहतरीन हों सांस्कृतिक कार्यक्रम:कुलपति
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय में दो से पांच नवंबर के बीच होने वाले राज्य स्तरीय रत्नावली समारोह की तैयारियों को अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। इस वर्ष का रत्नावली कार्यक्रमों के स्तर पर गुणवत्तापूर्ण व व्यवस्था के स्तर पर अनुशासन में हो इस बात का आयोजन के समय विशेष ध्यान रखा जाए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय में दो से पांच नवंबर के बीच होने वाले राज्य स्तरीय रत्नावली समारोह की तैयारियों को अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। इस वर्ष का रत्नावली कार्यक्रमों के स्तर पर गुणवत्तापूर्ण व व्यवस्था के स्तर पर अनुशासन में हो, इस बात का आयोजन के समय विशेष ध्यान रखा जाए। वे रत्नावली की तैयारियों के लिए आयोजित कोर कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। कुलपति ने कहा कि रत्नावली हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर की पहचान है। विश्वविद्यालय में इस महोत्सव के आयोजन की गौरवशाली परंपरा रही है। इस सांस्कृतिक महोत्सव में युवाओं की प्रतिभागिता बढ़े, कार्यक्रमों की गुणवत्ता, अनुशासन व समाचार माध्यमों के जरिए हरियाणा के जन-जन व देश के कोने-कोने तक यह कार्यक्रम पहुंचे, इसकी हर स्तर पर व्यवस्था की जाए। उन्होंने रत्नावली के आयोजन के लिए गठित 11 कमेटियों के संयोजकों व सदस्यों की बैठक ली।
दो नवंबर
दो नवंबर को ऑडिटोरियम हॉल में हरियाणवी कोरियोग्राफी, हरियाणवी रीति-रिवाज, पाप सांग हरियाणवी, आरके सदन में हरियाणवी भजन, ड्यूट रागिनी, ओपन एयर थियेटर में सोलो डांस पुरूष, रागिनी, सीनेट हाल में डेक्लामेशन, हरियाणवी पगड़ी खुला मंच पर सांग प्रोफेशनल व क्रश हाल में बोहिया, फुलझड़ी, इंडी, पिड्डा, बंदरवाल प्रतियोगिता होगी। तीन नवंबर
तीन नवंबर को ऑडिटोरियम हाल में फोक कास्ट्यूम, हरियाणवी आर्केस्ट्रा, सोलो डांस, आरके सदन में हरियाणवी लोकगीत, मोनो एक्टिग, ओपन एयर थियेटर में हरियाणवी स्किट तथा टीट-बिट, सीनेट हाल में हरियाणवी क्विज, शार्ट फिल्म हरियाणवी, खुला मंच में सांग प्रतियोगिता तथा क्रश हॉल में ओल्ड एंटिक हरियाणवी की प्रदर्शनी आयोजित होगी। चार नवंबर
चार नवंबर को आडिटोरियम हॉल में चौपाल, ग्रुप डांस रसिया तथा संगीत संध्या, आरके सदन में ग्रुप सांग हरियाणवी, हरियाणवी फाक डांस, इंस्ट्रूमेंटल सोलो, ओपन एयर थियेटर में हरियाणवी वन एक्ट प्ले, सीनेट हाल में कविता पाठ प्रतियोगिता, हरियाणवी क्विज, खुला मंच प्रतियोगिता में सांग प्रतियोगिता, क्रश हाल में ऑन द स्पाट पेंटिग व एग्जीबिशन आफ पेंटिग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। पांच नवंबर
ऑडिटोरियम हाल में ग्रुप डांस हरियाणवी, ओपन एयर थियेटर में रागिनी प्रतियोगिता, खुला मंच में डे परफार्मर प्रेजेंटेशन तथा क्रश हॉल में क्रश हाल में बोहिया, फुलझड़ी, इंडी, पिड्डा, बंदरवाल प्रतियोगिता होगी। इस वर्ष हरियाणवी कोरियोग्राफी को हरियाणवी गजल की जगह एक नई विधा के रूप में शामिल किया गया है। पहली बार दर्शकों को रत्नावली के मंच से हरियाणवी कोरियोग्राफी के रंग देखने को मिलेंगे। गतका होगा आकर्षण
युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के उप-निदेशक डॉ.हितेंद्र त्यागी ने कहा कि गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में गतका की विशेष प्रस्तुति रत्नावली के मंच के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए विशेष तैयारियां युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग की ओर से की गई हैं। दर्शकों का बेहतरीन मनोरंजन रत्नावली के माध्यम से हो इसके लिए विशेष तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गठित की 11 कमेटियां
रत्नावली के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 11 कमेटियां गठित की गई हैं, जिसमें रजिस्ट्रेशन कमेटी का कन्वीनर प्रो. दिनेश राणा को बनाया गया है। बोर्डिंग व लाजिग पुरूष कमेटी का कन्वीनर प्रो. आरके देसवाल, बोर्डिंग एंड लॉजिग महिलाएं की कमेटी का संयोजक चीफ वार्डन गर्ल्स प्रो. मंजूषा शर्मा को बनाया गया है। अनुशासन कमेटी के संयोजक प्राक्टर प्रो. रमेश भारद्वाज, सीटिग अरेंजमेंट कमेटी के संयोजक प्रो. संजीव अग्रवाल, रिसेप्शन कमेटी के संयोजक डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजूला चौधरी, प्रोग्राम एवं स्टेज मैनेजमेंट कमेटी डॉ. विवेक चावला, डेकोरेशन कमेटी का संयोजक ललित कला विभाग के अध्यक्ष प्रो. रामविरंजन, हॉस्पिटेलिटी कमेटी का संयोजक प्रो. मोहिद्र चांद, मीडिया मैनेजमेंट कमेटी प्रो.तेजेंद्र शर्मा, प्रदर्शनी कमेटी का संयोजक ललित कला विभाग के शिक्षक डॉ. पवन कुमार को बनाया गया है।