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    'अगर उसने गलत काम किया है तो उसे सजा मिलनी चाहिए', अमृतपाल की गिरफ्तारी पर बोले HSGPC के महासचिव

    By Jagran NewsEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Sun, 23 Apr 2023 07:58 PM (IST)

    हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। कमेटी के महासचिव गुरविंद्र सिंह धमीजा का कहना है कि अ ...और पढ़ें

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    अमृतपाल की गिरफ्तारी पर HSGPC के महासचिव की प्रतिक्रिया

    कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के महासचिव गुरविंद्र सिंह धमीजा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि देश में कोई भी गैर कानूनी कार्य करेगा तो कानून अपना काम करेगा।

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    गुरविंद्र सिंह धमीजा ने कहा कि उसके (अमृतपाल सिंह) खिलाफ जो भी आरोप हैं उनकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, अगर उसने गलत काम किया तो उसे कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एचएसजीपीसी की ओर से अभी इस मामले को लेकर किसी तरह का विचार नहीं किया गया है। एचएसजीपीसी बैठक में इस बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा। जब तक वे इसका कोई समर्थन नहीं करते हैं।

    'अगर कोई दोषी है तो कार्रवाई की जाए'

    गुरविंद्र सिंह ने कहा कि एक-दो दिन में गिरफ्तारी को लेकर सभी तरह की बातें सामने आ जाएंगी। उन्होंने एसजीपीसी की ओर से अमृतपाल के समर्थन में आने के सवाल के जवाब में कहा कि अगर कोई भी गैर कानूनी काम करेगा तो उसके खिलाफ कानून अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और किसी भी निर्दोष को परेशान न किया जाए। प्रदेश की जनता शांति बनाए रखे।

    36 दिनों से फरार था अमृतपाल

    बता दें कि एनएसए के तहत वांछित और पिछले 36 दिनों से फरार 'वारिस पंजाब दे' के मुखिया अमृतपाल सिंह को आखिरकार पुलिस ने मोगा के गांव रोडे के गुरुद्वारा साहिब से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसे भी असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया, जहां उसके 9 साथी पहले से ही कैद हैं।

    पपलप्रीत के साथ हुआ था फरार

    बीती 23 फरवरी को अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को अजनाला थाने से छुड़वाने के लिए बड़े पैमाने पर अपने समर्थकों के साथ थाने का घेराव करने, पुलिस पर हमला करने के आरोपों में वांछित अमृतपाल को पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को गिरफ्तार करने की योजना बनाई थी। जब वह अपने अमृतसर स्थित गांव जल्लूपुर खेड़ा से बठिंडा के रामपुरा फूल जा रहा था। यहां वह पुलिस को चकमा देकर अपने साथी पपलप्रीत सिंह के साथ फरार हो गया था।