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    Kurukshetra: भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, सड़कों पर बाढ़ का पानी; रोडवेज बेड़े की 36 बसों के थमे पहिये

    By Jagran NewsEdited By: Preeti Gupta
    Updated: Wed, 12 Jul 2023 01:25 PM (IST)

    Kurukshetra News मारकंडा और सरस्वती नदी के साथ-साथ भाखड़ा नरवाना ब्रांच नहर का किनारा टूटने से आधे से ज्यादा कुरुक्षेत्र जलमग्न है। खेतों ही नहीं सड़कों तक पर कई फिट तक पानी भरा है। सड़कों पर बढ़ते पानी और हालात को देखते हुए कुरुक्षेत्र रोडवेज की 36 बसों के भी पहिये थम गए। बाढ़ के पानी सबसे ज्यादा प्रभाव मारकंडा और घग्गर के आसपास के क्षेत्र पर पड़ रहा है।

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    Kurukshetra: भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, सड़कों पर बाढ़ का पानी; रोडवेज बेड़े की 36 बसों के थमे पहिये

    जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। मारकंडा और सरस्वती नदी के साथ-साथ भाखड़ा नरवाना ब्रांच नहर का किनारा टूटने से आधे से ज्यादा कुरुक्षेत्र जिला जलमग्न है। खेतों ही नहीं सड़कों तक पर कई-कई फिट तक पानी चल रहा है। सड़कों पर बढ़ते पानी और हालात को देखते हुए कुरुक्षेत्र रोडवेज की 36 बसों के भी पहिये थम गए हैं। तीन दिनों से थानेसर से शाहाबाद और साहा जाने वाली 15 लोकल बसों के साथ-साथ शिमला और कुल्लू मनाली जाने वाली दोनों बसें बंद हैं।

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    पांच बसें दो दिन बंद

    एक दिन पहले मंगलवार को चंडीगढ़ रूट पर भी 10 बसें बंद रहने के बाद इस रूट पर बुधवार की सुबह दोबारा बसों को चलाया गया है। अब थानेसर डिपो से लेकर यमुनानगर, कैथल और दिल्ली रूट पर ही बसें निकाली जा रही हैं। पिहोवा से भी पटियाला जाने वाली पांच बसें दो दिन बंद हैं।

     यह बसें दिन भर में 22 चक्कर लगाती हैं। इसके साथ ही चंडीगढ़ की ओर जाने वाली बसों के रूट भी बंद कर दिए गए हैं। बसों के पहिये थमने से प्रतिदिन तीन हजार से अधिक लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

    पिहोवा डिपो सबसे अधिक प्रभावित

    बाढ़ के पानी सबसे ज्यादा प्रभाव मारकंडा नदी और घग्गर नदी के साथ लगने वाले क्षेत्र पर पड़ रहा है। यही बहुत बड़ा क्षेत्र पानी से लबालब है। ऐसे में पिहोवा डिपो शाहाबाद लोकल रूट पर जाने वाले प्रतिदिन के 42 टाइम प्रभावित हुए हैं। पिहोवा-पटियाला मार्ग पर पानी का ज्यादा होने से 22 टाइम बंद करने पड़े हैं और चंडीगढ़ के लिए चल रही पांच बसों को भी रोकना पड़ा है।

    मंगलवार को गांव रामगढ़ रोड में भेजी गई बस के पानी के बहाव में फंसने के बाद इसे कंबाइन से निकलवाना पड़ा। पिहोवा डिपो ड्यूटी इंचार्ज कृष्ण लाल ने बताया कि सड़कों पर पानी चलने और आबादी क्षेत्रों को पानी से बचाने के लिए जगह-जगह लोगों ने सड़कें काट दी हैं। ऐसे में हालात बिगड़ने पर बसों को रोकना पड़ा है।

    कुरुक्षेत्र जिला में 179 बसें

    कुरुक्षेत्र जिला में थानेसर और पिहोवा सब डिपो में रोडवेज बेड़े की 179 बसें हैं। इनमें से 128 बसें थानेसर डिपो और 51 बसें पिहोवा सब डिपो में हैं। तीन दिनों से स्थानीय से लेकर लंबे रूट पर निकलने वाली बसें का टाइम टेबल भी प्रभावित हुआ है। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

    दीवाना और अधोया में स्थिति खराब

    शाहाबाद के गांव दीवाना और अधोया में स्थिति खराब है। यहां गांव में मारकंडा नदी का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। एनडीआरएफ की टीम लोगों को घरों से बाहर निकालने में जुटी है। एनडीआरएफ की टीम बीमार लोगों को घर से बाहर निकाल अस्पताल पहुंचा रही है।

    आज चंडीगढ़ सेवा की गई है शुरू

    कुरुक्षेत्र रोडवेज महाप्रबंधक सुखदेव सिंह ने बताया कि मंगलवार को चंडीगढ़ रूट बंद रहने के बाद बुधवार को सुबह दोबारा शुरू किया गया है। शाहाबाद-साहा  और बाबैन की ओर जाने वाली बसें बंद है। पिहोवा से ग्रामीण क्षेत्रों से शाहाबाद निकलने वाली सभी बसें बंद हैं। पहाड़ी क्षेत्र में जाने वाली बसों को भी रोका गया है।

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