इमरजेंसी को काला दिवस के रूप में मनाएगी हरियाणा SGPC, जत्थेदार झींडा का एलान
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी 26 जून को 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाई गई इमरजेंसी को काला दिवस के रूप में मनाएगी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह जेपी नड्डा मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को निमंत्रण भेजा गया है। कमेटी के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि इमरजेंसी के शिकार लोगों को सम्मानित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (एचएसजीएमसी) देश में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा साल 1975 में लगाई गई एमरजेंसी को 26 जून को काला दिवस के रूप में मनाएगी। काला दिवस समागम का न्योता केंद्रीय मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भी दिया गया है। इसके लिए बाकायदा हरियाणा कमेटी की ओर से पत्र भी लिखे गए हैं।
ये बातें हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने सोमवार को हेड आफिस में पत्रकारवार्ता के दौरान कही। झींडा ने कहा कि देश में लगाई आपातकालीन का शिकार लोगों, उनके आश्रितों या फिर उनके स्वजन को उपरोक्त अतिथिगणों से सम्मानित कराया जाएगा।
यह एक ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण समय था, जिसका शिकार भारी गिनती में लोग हुए थे। तत्कालीन सरकार ने सत्ता में काबिज रहने की लालसा को लेकर देश में एमरजेंसी लगाई थी, जिसे हरियाणा कमेटी 26 जून को काला दिवस के रूप में मना रही है। एक सवाल के जवाब में जत्थेदार झींडा ने कहा कि जरनल हाउस की बैठक में उन्होंने सभी सदस्यों से एकता का परिचय देने की अपील की थी।
उन्होंने सर्वसम्मति से प्रधान एवं कार्यकारिणी चुनने की अपील सभी सदस्यों से बार-बार की, लेकिन कुछ सदस्य बहिष्कार कर गुरु घर में नारेबाजी करने लगे जो कि अनुचित है। गुरु घर में नारेबाजी करना सही नहीं, लेकिन विरोध में आए मैंबर साहिबान ने उनकी एक नहीं सुनी।
इस मौके पर उनके साथ हरियाणा कमेटी के संयुक्त सचिव बलविंद्र सिंह भिंडर, प्रवक्ता कुलदीप सिंह फग्गू, इंदरजीत सिंह, सुखदेव सिंह, मुख्य सचिव जसविंद्र सिंह दीनपुर, अतिरिक्त सचिव एवं कार्यालय पीए सतपाल सिंह डाचर, राजपाल सिंह दुनियामाजरा, सहायक सचिव अमरिंद्र सिंह, अमीर सिंह मौजूद रहे।
प्रदेश भर के स्कूलों में पंजाबी पढ़ाने की व्यवस्था करे सरकार प्रधान झींडा ने कहा कि वे सूबे में पंजाबी अध्यापक भर्ती करने की मांग को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी से मुलाकात करेंगे। पंजाबी टीचर अपनी मांगों को लेकर सोमवार को कार्यालय में उनसे मिले थे।
उन्होंने काफी देर तक बैठक कर अपनी समस्याओं का जिक्र किया और पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा दिलाने के लिए भी विचार विमर्श किया।
झींडा ने बताया कि उन्होंने पंजाबी अध्यापकों की मांग सीएम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी मांग हरियाणा सरकार से की कि प्रदेश के सभी जिलों में सिख बसते हैं, इसलिए प्रत्येक जिला में पंजाबी टीचर की पोस्ट बना, वहां अध्यापकों की भर्ती की जानी चाहिए। जहां पहले से ही पंजाबी भाषा के टीचर की पोस्ट है, वहां खाली पोस्ट पर भर्ती की जानी चाहिए।
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