हरियाणा में BKU अध्यक्ष चढ़ूनी ने DFSC को जड़ा थप्पड़, आमने-सामने आए किसान और जवान; क्या है मामला?
हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने एक DFSC अधिकारी को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद किसान और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया। चढ़ूनी ने अधिकारी पर किसानों की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डीएफएससी को थप्पड़ मारते किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी। वीडियो ग्रैब
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। खरीद में देरी से धान खराब होने के कारण भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बुधवार सुबह जिला खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता नियंत्रण मामले अधिकारी (डीएफएससी) राजेश आर्य को थप्पड़ मार दिया।
वह धान से भरी ट्राली लेकर लघु सचिवालय परिसर में उपायुक्त कार्यालय के सामने पहुंचे थे। घटना के बाद पुलिस ने गुरनाम चढ़ूनी को हिरासत में ले लिया। पुलिस और किसान आमने-सामने हो गए।
खरीद एजेंसियों ने जिले की मंडियों में खरीद और उठान का कार्य बंद कर दिया। देर सायं राइस मिलरों और आढ़ती एसोसिएशनों ने डीएफएससी और उपायुक्त से मिलकर बात की। दूसरी ओर, धरने पर बैठे किसानों को हिरासत में लेने पर थाना शहर में किसानों की भीड़ जुट गई।
करीब दो घंटे बाद अतिरिक्त उपायुक्त शाश्वत सांगवान, पुलिस उप अधीक्षक रामकुमार और किसान यूनियन पदाधिकारियों के बीच बैठक के बाद किसान शांत हुए और वापस लौट गए। किसानों ने मांगों पर कार्रवाई के लिए प्रशासन को 25 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है। कार्रवाई न करने पर किसान महापंचायत बुलाने का एलान किया है।
डीएफएससी की शिकायत पर सेक्टर 13 थाने में गुरनाम सिंह चढ़ूनी और कई किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। किसी को गिरफ्तार नहीं किया। डीएफएससी राजेश ने इस मामले में बात करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि डीसी को अवगत करा दिया है।
सरकारी काम में बाधा डाली
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक राजेश कुमार किसानों की मांगों से संबंधित बातचीत करने के लिए गए थे। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने अधिकारी के साथ मारपीट की और सरकारी कार्य में बाधा डाली। डीएफएससी राजेश कुमार ने सेक्टर 13 पुलिस थाने में शिकायत दी है। इस शिकायत पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। -विश्राम कुमार मीणा, डीसी, कुरुक्षेत्र।
आंखों के सामने सहन नहीं होता नुकसान: गुरनाम
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्हें थप्पड़ मारने को कोई अफसोस नहीं है। अपनी आंखों के सामने छह महीने तक पाल-पोस कर तैयार की गई फसल का नुकसान होते नहीं देखा जा सकता। उन्होंने डीएफएससी को हटाने और प्रदेश भर में आरओ जारी करने की मांग रखी है। यदि 25 अक्टूबर तक ये मांग पूरी नहीं की गई तो किसान महापंचायत बुलाकर आगामी निर्णय लिया जाएगा।
ट्राली में झंडा लगाते समय देखा खराब हो गया धान
बुधवार सुबह जब किसानों ने ट्राली में भाकियू का झंडा लगाया तो देखा की धान काला पड़ गया है। इसे देखते ही भाकियू अध्यक्ष व किसान ट्राली वहीं खाली करने और आग लगाने पर अड़ गए। बीच-बचाव कर पुलिस ने किसानों को मुश्किल से रोका।
इसी बीच बातचीत के लिए डीएफएससी राजेश आर्य पहुंचे तो खराब धान को देख ट्राली से नीचे उतरते ही चढ़ूनी ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। इसका वीडियो प्रसारित हो रहा है। पुलिस चढूनी को गिरफ्तार करने लगी तो माहौल तनावपूर्ण हो गया। किसानों ने एक साथ गिरफ्तारी देने की बात कही तो पुलिस किसानों को बस से झांसा थाना ले गई। वहां से दोपहर बाद किसानों को थाना शहर थानेसर लाया गया।
मंगलवार रात को धरनास्थल पर बढ़ने लगी थी किसानों की संख्या मंगलवार दोपहर बाद गुरनाम सिंह चढ़ूनी आरओ जारी करवाने की मांग के लिए अधिकारियों से मिलने गए थे।
कार्यालय में उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा और डीएफएससी राजेश आर्य के साथ बात न होने पर उन्होंने मोबाइल पर संपर्क करना चाहा। जब बात नहीं बनी तो धान से भरी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर लघु सचिवालय परिसर में धरना शुरू किया।
सूचना मिलते ही किसान जुटने लगे। मंगलवार रात में भी किसान धरने पर डटे रहे। जब सुबह तक कोई अधिकारी नहीं आया तो धरनास्थल पर किसानों की संख्या बढ़ने लगी। किसानों के धरना को देखते हुए पुलिस ने सुबह ही लघु सचिवालय परिसर के दोनों ओर बैरिकेड लगाने शुरू कर दिए थे।
चढूनी बोले- 29 सितंबर को कटवाया था धान, उतारने की जगह नहीं मिली
भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि 29 सितंबर को फसल कटवाई थी। गांव चढ़ूनी में खरीद केंद्र पर इसे उतारने की जगह नहीं मिली तो उसी दिन से ट्रालियां भरी खड़ी हैं। चढूनी गांव के खरीद केंद्र पर उनकी आढ़त की दुकान है। वहां एक ही राइस मिलर लगा रखा है। वह उनकी दुकान से धान का उठान नहीं कर रहा। उन्होंने 26 सितंबर को दूसरे मिलर के लिए आदेश जारी करने के लिए आवेदन किया था, लेकिन कोई जवाब तक नहीं मिला।
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