Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'भूपेंद्र हुड्डा बुद्धिहीन...', हरियाणा में कांग्रेस की हार पर भड़के किसान नेता; कहा- हमने माहौल बनाया था

    भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने हरियाणा में कांग्रेस की हार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है। चढूनी का कहना है कि हुड्डा बुद्धिहीन हैं और उन्होंने किसानों के साथ खड़े होने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि अगर हुड्डा ने अभय चौटाला के साथ समझौता किया होता और उन्हें टिकट दिया होता तो हरियाणा में उनकी पार्टी नौ सीटे जीतती।

    By Agency Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 13 Oct 2024 02:34 PM (IST)
    Hero Image
    गुरनाम सिंह चढूनी ने भूपेंद्र हुड्डा पर साधा निशाना

    एजेंसी, कुरुक्षेत्र। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने रविवार को कहा कि किसानों ने हरियाणा में कांग्रेस के लिए अनुकूल माहौल बनाया था हालांकि कांग्रेस इसका फायदा उठाने में विफल रही। संयुक्त संघर्ष पार्टी के संस्थापक गुरनाम सिंह चढूनी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि राज्य में कांग्रेस की हार के पीछे एकमात्र कारण पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसानों ने कांग्रेस के पक्ष में बनाया था माहौल- चढूनी

    चढूनी ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा बुद्धिहीन हैं। हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में जो माहौल बना, वह हम किसानों की वजह से था, लेकिन पार्टी इसका सबसे अच्छा फायदा नहीं उठा सकी। उन्होंने भाजपा के दृष्टिकोण को दोहराने और किसानों के साथ खड़े होने में विफल रहने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।

    हुड्डा पर सीधा हमला बोलते हुए चढूनी ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण हैं क्योंकि उन्होंने किसी के साथ समझौता नहीं किया और पार्टी ने सारी जिम्मेदारी उन पर डाल दी।

    भूपेंद्र हुड्डा पर जमकर साधा निशाना

    पिछले एक दशक में हुड्डा की भूमिका पर बोलते हुए चढूनी ने दावा किया कि वह एक प्रभावी विपक्षी नेता के रूप में कार्य करने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान संघ ने विपक्ष की भूमिका निभाई, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नहीं। चढूनी ने कहा कि अगर हुड्डा ने अभय चौटाला के साथ समझौता किया होता और उन्हें टिकट दिया होता, तो हरियाणा में उनकी पार्टी नौ सीटे जीतती।

    'हुड्डा को भविष्य की जिम्मेदारियां न सौंपें कांग्रेस'

    चढूनी ने कांग्रेस नेतृत्व को कड़ी चेतावनी दी, उन्हें आगाह किया कि अगर वे विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) का पद सुरक्षित करने का लक्ष्य रखते हैं तो हुड्डा को भविष्य की जिम्मेदारियां न सौंपें। 

    उन्होंने कहा कि मैं आपके माध्यम से कांग्रेस आलाकमान को बताना चाहता हूं कि यदि आप हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) बनना चाहते हैं, तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को यह जिम्मेदारी न दें।

    यह भी पढ़ें- कांग्रेस की हार के बाद पहली बार दशहरा उत्सव में नजर आए हुड्डा पिता-पुत्र, दीपेंद्र ने रिजल्ट पर तोड़ी चुप्पी

    हुड्डा पर लगाया दरकिनार करने का आरोप

    उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और हुड्डा ने कई बड़े नेताओं को दरकिनार कर दिया। किसान नेताओं से भी पल्ला झाड़ा। उन्होंने आम आदमी पार्टी, अभय चौटाला और मुझे भी दरकिनार कर दिया, भले ही हमने उनकी मदद की।

    चढूनी बोले कि राहुल गांधी ने कहा था कि चुनावों में किसान नेताओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। प्रियंका गांधी ने भी उल्लेख किया कि अगर पार्टी चुनावों के दौरान किसान नेताओं को शामिल करती है तो यह फायदेमंद होगा इसके बावजूद हुड्डा ने किसानों को दरकिनार कर दिया। भगवान ने अब उन्हें भी दरकिनार कर दिया है।

    यह भी पढ़ें- Haryana Result: 'आयोग के जवाब का इंतजार', दीपेंद्र हुड्डा ने हार के क्या बताए कारण? बोले- रिजल्ट से हम अभी तक अचंभित