बिना तेल जनरेटर फेल
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश में गर्मी के मौसम में पारा 45 पार हो जाता है। सरकारी
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
प्रदेश में गर्मी के मौसम में पारा 45 पार हो जाता है। सरकारी स्कूलों में नौनिहालों को पंखे तक नसीब नहीं हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली लगभग दो घंटे ही आती है। ऐसे में बिना बिजली के स्कूलों में विद्यार्थियों को गर्मी में ही पढ़ाई करनी पड़ती है। हालंाकि उच्च शिक्षा विभाग की ओर से करीब पांच वर्ष पूर्व स्कूलों में जनरेटर की सुविधा प्रदान की थी, लेकिन फंड की कमी के कारण इनमें तेल ही नहीं डाला जाता। जिस कारण वे बंद पडे़ हैं।
जिले में वर्तमान समय में 65 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और 49 उच्च विद्यालय हैं। सभी में जनरेटर की व्यवस्था की गई है।
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एक वर्ष से नहीं आया तेल के लिए फंड
शिक्षा विभाग की ओर से पिछले एक वर्ष से जनरेटर के तेल के लिए फंड जारी नहीं किया। एक अनुमान के अनुसार प्रति स्कूल जनरेटर को चलाने के लिए प्रतिदिन लगभग दस लीटर तेल की आवश्यकता है। इसमें लगभग पांच सौ रुपये प्रतिदिन खर्च होता है। कई स्कूलों में जनरेटर खराब हैं तो स्कूलों में किसी प्रकार का फंड न होने के कारण उनको दोबारा ठीक नहीं कराया जा सकता। विभाग की ओर से ऐसा कोई बजट हेड नहीं बनाया गया, जिसमें जनरेटरों की मरम्मत की जा सके।
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कंप्यूटर लैब भी रहती बिना बिजली के बंद
प्रदेश शिक्षा विभाग की ओर से सभी उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर लैब का निर्माण भी किया गया है। लगभग सभी स्कूलों में स्थापित कंप्यूटर लैब में शिक्षक भी हैं और कंप्यूटर भी, लेकिन इनको स्कूल के समय में चलाने के लिए बिजली की व्यवस्था ही नहीं है। ऐसे में बिना बिजली के ये सभी कंप्यूटर लैब ठप हो चुकी है और बंद रहती हैं।
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ग्रामीण क्षेत्र में दो घंटे आती बिजली
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली दिन में दो घंटे ही आती है। अलग-अलग गांवों में बिजली का समय भी अलग है। कई गांव में दिन में 11 बजे से एक बजे तक और कई गांव में दोपहर को एक बजे तक बिजली चलती है। ऐसे में बिना बिजली के स्कूलों में छात्रों को इतनी गर्मी में पंखे तक नसीब नहीं।
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स्कूलों में लगेंगे सौर ऊर्जा सयंत्र
करोड़ों रुपयों के जनरेटरों के बाद अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्कूलों में सौर ऊर्जा सयंत्र लगाने के आदेश जारी किए हैं। कुरुक्षेत्र में फिलहाल दो स्कूलों में पहले से सौर ऊर्जा सयंत्र लगाए गए हैं। इनमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनिपला और धूलगढ़-गुलडेहरा शामिल हैं। इनमें पिछले साल से सौर ऊर्जा सयंत्र कार्य कर रहे हैं। जिले के अन्य स्कूलों में कब तक योजना शुरू होगी इस बारे में अधिकारियों को जानकारी नहीं है। विभाग की ओर से अभी केवल पत्र जारी किया गया है फंड की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
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फोटो संख्या- 25
तेल के लिए नहीं आया फंड : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने माना कि स्कूलों में जनरेटरों को चलाने के लिए पैसे की कमी है। विभाग की ओर से तेल का फंड पिछले लगभग एक वर्ष से जारी नहीं हुआ है। इस संबंध में वे आलाधिकारियों से पत्र व्यवहार करेंगी। जल्द ही समस्या का हल होने की उम्मीद है।
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