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    कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से होगा गीता जयंती महोत्सव का आगाज, 24 नवंबर से होंगे मुख्य कार्यक्रम

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 06:12 PM (IST)

    अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में इस बार शिल्पकला और संस्कृति का अनूठा संगम होगा। 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक मुख्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें विभिन्न देशों की लोक कला का प्रदर्शन होगा। विदेश मंत्रालय की मदद से 15 से अधिक देशों के विद्वान भाग लेंगे और गीता के उपदेशों का प्रचार करेंगे। महोत्सव में ऑनलाइन क्विज गीता रन शिल्प मेला भजन संध्या जैसे कई कार्यक्रम होंगे।

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    15 नवंबर से होगा गीता जयंती महोत्सव का आगाज, 24 नवंबर से होंगे मुख्य कार्यक्रम

    जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में कई प्रदेशों के शिल्पकार अपनी हस्त शिल्पकला के अनोखे रंग से महोत्सव की फिज़ा को बदलने का काम करेंगे। इस महोत्सव में विभिन्न देशों की लोक सांस्कृतिक कला भी देखने को मिलेगी जो कि अपने आप में एक विलुप्त होती अपने-अपने प्रदेश व देश की लोक सांस्कृतिक कला को जीवित करने का काम करेगी। इस बार महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों का आयोजन 24 नवंबर से एक दिसंबर तक किया जाएगा।

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    महोत्सव 21 दिन चलेगा और महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 8 दिन चलेंगे। विदेश मंत्रालय की पहल पर कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में 15 से ज्यादा देशों के 25 स्कॉलर भी पहुंंचेंगे। इस महोत्सव में विभिन्न देशों की लोक सांस्कृतिक कला के रंग महोत्सव की फिज़ा को बदलने का काम करेंगे।

    महोत्सव से पहले ही कई कार्यक्रमों का आगाज हो जाएगा। इसमें चार से 14 नवंबर तक आनलाइन गीता क्विज, 15 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। इसके अलावा 15 नवंबर से पांच दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा तथा रोजाना सायं के समय पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा।

    इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से एक दिसंबर तक होंगे। इसमें हरियाणा पैवेलियन, पार्टनर स्टेट, पुस्तक मेला, जनसंपर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य मंच पर दिन और सायंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम, 24 नवंबर को गीता यज्ञ, गीता पूजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर श्रीमद्भगवद गीता और पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

    इसी तरह 25 नवंबर को विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर कथा, पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 26 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार का समापन व पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 27 नवंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 28 से 30 नवंबर को शिक्षा विभाग की तरफ से गीता श्लोकोच्चारण, वाद विवाद, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली, मेहंदी सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

    एक दिसंबर को सुबह 9 बजे ज्योतिसर में गीता पाठ और यज्ञ, थीम पार्क में वैश्विक गीता पाठ, विश्वविद्यालय में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, सायं 5:30 पर सन्निहित सरोवर पर दीपोत्सव, 6 बजे ब्रह्मसरोवर पर दीपदान व आरती तथा पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

    उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि इस बार विदेश मंत्रालय की पहल करने से महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन 40 से ज्यादा देशों में होगा। इन देशों में प्रदर्शनी, गीता पाठ सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र में होने वाले मुख्य कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण भी देखा जा सकेगा।

    इन देशों के नामों की सूची सरकार के पास पहुंच चुकी है। इसके अलावा विदेश मंत्रालय के प्रयासों से 15 से ज्यादा देशों के 25 स्कालर भी महोत्सव में पहुंचेंगे और यहां से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश अपने अपने देशों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने सभी विभागों को ड्यूटियां सौंपते हुए कहा कि इस महोत्सव को सफल बनाने में 22 से ज्यादा विभागों की भागीदारी रहती है। इन सभी विभागों के अधिकारियों को महोत्सव से संबंधित तैयारियां पूरी करने के कुछ आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं ताकि समय रहते सभी तैयारियां पूरी हो सकें।