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    पोर्टल पर खराब फसल का ब्यौरा स्वयं अपडेट कर सकेंगे किसान

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 22 May 2022 06:43 PM (IST)

    अब मौसम की मार के चलते फसल खराब होने पर किसान को मुआवजे के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। किसान अपनी खराब हुई फसल का सर्व ...और पढ़ें

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    पोर्टल पर खराब फसल का ब्यौरा स्वयं अपडेट कर सकेंगे किसान

    - प्रदेश सरकार ने ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल को किया शुरु जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अब मौसम की मार के चलते फसल खराब होने पर किसान को मुआवजे के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। किसान अपनी खराब हुई फसल का सर्वे करवाने के लिए स्वयं ही पोर्टल पर इसका ब्यौरा दर्ज कर सकता है। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया है।

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    इस पोर्टल के शुभारंभ के साथ ही यह फसल नुकसान की स्थिति में आवेदन, सत्यापन और मुआवजा प्रदान करने की प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इससे पहले किसानों को फसल खराबे का मुआवजा मैनुअल दिया जाता रहा है और सालों से चली आ रही मैनुअल मुआवजा प्रणाली को बदलते हुए अब इस पोर्टल के माध्यम से यह मुआवजा भी आनलाइन कर दिया गया है। जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण नहीं कराया है, उन किसानों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल की सफलता के बाद ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल का शुभारंभ किया गया है।

    इसके तहत आग, बाढ़, ओलावृष्टि, सूखा, शीतलहर, भूकंप, भूस्खलन, बादल फटना, जलभराव, भारी बारिश, कीट का हमला और धूल भरी आंधी के कारण फसल नुकसान पर मुआवजा मिलेगा। फसल नुकसान के मुआवजे के लिए पांच स्लैब बनाए गए हैं।

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    अधिकारी अपने पंजीकृत मोबाइल से करेंगे लाग इन

    उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि किसान की ओर से आवेदन करने पर पटवारी, कानूनगो और तहसीलदार उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर से अपना-अपना लागिन करेंगे। वह फसल नुकसान के लिए किसान के आवेदन को देख सकेंगे। फसल हानि का प्रतिशत तथा खसरा नंबर की फोटो भरेंगे और अपनी प्रतिक्रिया देंगे। इसके बाद एसडीएम अपने लागिन इसका सत्यापन करेंगे।