55 साल सत्ता का सुख भोगने वाली कांग्रेस है किसानों की हालत की जिम्मेदार, CM नायब ने विकसित कृषि संकल्प अभियान का किया आगाज
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं से जोड़ना है। उन्होंने कांग्रेस पर किसानों की दुर्दशा का आरोप लगाया और मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए किए गए कार्यों को गिनाया जिसमें एमएसपी में वृद्धि भी शामिल है। यह अभियान 12 जून तक चलेगा और किसानों को जागरूक करेगा।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीरवार को धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र से विकसित कृषि संकल्प अभियान का आगाज किया। इस अभियान का उद्देश्य किसानों को नई तकनीक, योजना और नवाचार से जोड़कर कृषि क्षेत्र में सुधार लाना है। किसानों को खरीफ फसलों की वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी देना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के महत्व को समझाना और सरकारी योजनाओं व नीतियों का लाभ पहुंचाना है। अभियान 12 जून तक चलेगा।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के शुभारंभ अवसर पर प्रदेशभर से आए किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 55 सालों तक सत्ता सुख भोगने वाली कांग्रेस सरकार किसानों की हालत की जिम्मेदार रही है।
वर्ष 2014 में देश के प्रधान सेवक के रूप में देश की बागडोर संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार किसानों को न केवल सशक्त और मजबूत किया है, बल्कि उन्हें विकसित भारत का महत्वपूर्ण स्तंभ मानते हुए आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने गत दिवस फसलों पर एमएसपी बढ़ाने की घोषणा की है, जिसके लिए वे उनका आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं ने चुनाव के समय किसानों को गुमराह करने के लिए कहा कि यदि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो एमएसपी को खत्म कर देंगे, जबकि सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री वर्ष 2014 से किसानों के हित में लगातार फसलों पर एमएसपी को बढ़ा रहे हैं। विपक्ष को किसान हित के बारे में सवाल उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
कांग्रेस शासनकाल में फसलों के एमएसपी के लिए कुल 7 लाख 41 हजार करोड़ रुपये दिए, जबकि मोदी सरकार ने 10 साल में 23 लाख 61 हजार करोड़ रुपये दिए। कांग्रेस ने वर्ष 2014 तक गेहूं पर 2 लाख 56 हजार करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में दिए, जबकि मोदी सरकार ने वर्ष 2014 से अब तक गेहूं पर 5 लाख 65 हजार करोड़ रुपये एमएसपी दिया।
इसी प्रकार दालों पर कांग्रेस ने 1900 करोड़ रुपये दिए, जबकि वर्तमान सरकार ने 98 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा भी उपस्थित रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पांच विभागों की पत्रिकाओं का विमोचन और आइसीएआर विभाग की तरफ से अभियान के पोस्टर को हस्ताक्षर करके लांच किया।
अभियान में 55 टीमें करेंगी प्रदेश में किसानों को जागरूक
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. राजा शेखर वुंदरु ने बताया कि प्रदेश के 22 जिलों, 109 ब्लाक में 55 टीमें इस अभियान की जानकारी किसानों तक पहुंचाएंगी। इनमें कृषि विभाग के अधिकारी, वैज्ञानिक, केंद्रीय टीम के सदस्यों सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल होंगे।
मत्स्य विभाग की आयुक्त अमनीत पी. कुमार और पशुपालन विभाग के महानिदेशक डा. प्रेम सिंह ने भी अपने विभागों की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
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