अमित शाह ने कुरुक्षेत्र में आपराधिक कानूनों पर प्रदर्शनी का किया उद्घाटन, बोले- हमने खर्ची और पर्ची दोनों को खत्म किया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुरुक्षेत्र में नए आपराधिक कानूनों पर राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा को अपराध मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। शाह ने कहा कि अंग्रेजों के कानून को समाप्त कर तीन नए अपराधिक कानून संसद में पारित हुए हैं जिनसे न्याय प्रणाली सशक्त होगी और दोषसिद्धि दर में वृद्धि होगी।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कुरुक्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पगड़ी पहनाकर किया केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत किया। इस अवसर पर अमित शाह ने नये आपराधिक कानूनों पर राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि वह कुरुक्षेत्र की भूमि को प्रणाम करते हैं। बीजेपी ने हरियाणा को अपराध मुक्त बनाने के संकल्प लिया। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, वरिष्ठ मंत्री अनिल विज, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली, सांसद नवीन जिंदल और कृष्णलाल पंवार, स्याम सिंह, महिपाल ढाडा का आभार जताया।
मातृशक्ति का जताया आभार
उन्होंने कहा कुरुक्षेत्र की भूमि को प्रणाम करते हुए कहा कि यह वही भूमि है जहां श्री कृष्ण ने सबसे पहले गीता का प्रकट्य किया था। यही भूमि है जहां भीष्म पितामाह ने प्राण त्यागे थे। उन्होंने हरियाणा की मातृशक्ति को प्रणाम किया। शाह ने कहा कि देश की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा के लिए सेना में सबसे अधिक अपने लाल यहां की माताओं ने ही भेजे।
यह वही भूमि है जहां सरस्वती के तट पर वेद, उपनिषद की रचना हुई है। यहां पर सीएम की सरकार ने 825 करोड़ के विकास कार्यों का लेकार्पण का अवसर दिया है। यहां लगातार तीसरी बार बीजेपी को मैंडेट मिला है। हरियाणा के विकास में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। पहली बार हमने संकुचित दृष्टी से मुक्त होकर हर जिले और जाती बिरादरी की सरकार देने का काम किया। यहां खर्ची और पर्ची दोनों को खत्म कर मेरिट बेस पर डाकिये से अपॉइंटमेंट लेटर भिजवाई।
तीन नए आपराधिक कानून
शाह ने कहा कि युवाओं को नौकरी दिलाना बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने विशाल प्रदर्शनी का जिक्र भी किया। शाह ने कहा कि अग्रेंजो के कानून को समाप्त कर तीन नए अपराधिक कानून संसद में पारित हुए। उन्होंने हरियाणा की जनता से और विशेषकर एडवोकेट से प्रदर्शनी को देखने का आग्रह किया।
शाह ने कहा कि विश्वास से कहते है कि 2026 के बाद दर्ज एफआईआर का तीन सालों में निपटान होगा। भारतीय न्याय सहिंता के युग का उदय किया है। इसके आधार पर दंड की जगह न्याय मिलेगा। उन्होंने तीनों कानूनों में समान संभालकर रखने, संपत्ति की सुरक्षा और शरीर की सुरक्षा का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि नए कानून के बाद दोषसिद्धि का दर 80 प्रतिशत हुआ है और इसके लिए हरियाणा सरकार को बधाई भी दी। शाह ने बताया कि हम कई प्रावधान लेकर आए हैं। मोदी जी के सिटिजन फर्स्ट, डिगनिटी फर्स्ट, जस्टिस फर्स्ट ये तीन आधार पर कानून बनें हैं। 21वीं सदी के ये सबसे बड़ा रिफॉर्म है। उन्होंने कहा कि देश छोड़कर भागे अपराधी के लिए ट्रायल इन एबसेंस का कानून लाया गया है।
हरियाणा की पुलिस देश के लिए आदर्श: सीएम
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इन तीन नए कानूनों से देश की न्याय प्रणाली सशक्त हुई है। आमजन को मिल रहा त्वरित न्याय मिलेगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा में तीन नए आपराधिक कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन हुआ है। दोष सिद्धि दर 82.6% पहुंच गई है। हरियाणा पुलिस देश के लिए आदर्श बन रही है।
नायब ने कहा कि केंद्र सरकार के हर सुधार को तत्परता से लागू किया जाएगा। यह हरियाणा के लिए गर्व का विषय है कि राज्य ने इतने कम समय में न केवल इन कानूनों को लागू किया गया। उन्होंने गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र से तीन नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी का उद्घाटन होना भी गर्व की बात कहा। उन्होंने कहा कि अमित शाह के नेतृत्व में ऐतिहासिक सुधार हुआ है। अनुच्छेद 370 की समाप्ति से लेकर नए आपराधिक कानूनों तक, देश ने दिशा बदली है।
सैनी ने कहा कि अमित शाह के नेतृत्व में देश में कई क्रांतिकारी निर्णय लिए गए हैं। अंग्रेजों के समय से प्रचलित तीन पुराने आपराधिक कानूनों को हटाकर देश में तीन नए आपराधिक कानून लागू करना भी एक ऐतिहासिक और दूरगामी निर्णय है।हरियाणा न केवल कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में अग्रणी राज्य है, बल्कि न्याय व्यवस्था के क्षेत्र में भी पूरे देश का मार्गदर्शन करने वाला राज्य बन चुका है।
2,145 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष स्थापित
हरियाणा में 2,145 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष स्थापित हुए हैं। ई-साक्ष्य और ई-समन ऐप को सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
पुलिस थानों, फोरेंसिक प्रयोगशालाओं, न्यायालय कक्षों, कारागारों और बैंकों में कुल 2,145 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष स्थापित किए गए हैं। एफएसएल प्रयोगशालाओं को 19.54 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक बनाया गया है। अब एफआईआर दर्ज कराने के लिए थानों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं है। सभी जीरो एफआईआर को 24 घंटे के भीतर नियमित एफआईआर में परिवर्तित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित सुधारों को हरियाणा सरकार पूरी तत्परता से लागू करेगी।
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