वर्षा से वायु शुद्ध, सांस लेने में राहत
धर्मनगरी में पिछले तीन दिन से रुक-रुक करीब 40 एमएम वर्षा से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में सुधार हुआ है। वर्षा के चलते हवा में मौजूद धूलकण व अन्य प्रदूषण बढ़ाने वाली गैसों का प्रभाव कम होने पर लोग शुद्ध हवा में खुलकर सांस ले रहे हैं।

फोटो संख्या : 25 - संतोषजनक स्तर पर पहुंचा हवा में प्रदूषण का स्तर
- 311 से घटकर 78 पर पहुंचा
-40 एमएम वर्षा हुई तीन दिन में जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी में पिछले तीन दिन से रुक-रुक करीब 40 एमएम वर्षा से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में सुधार हुआ है। वर्षा के चलते हवा में मौजूद धूलकण व अन्य प्रदूषण बढ़ाने वाली गैसों का प्रभाव कम होने पर लोग शुद्ध हवा में खुलकर सांस ले रहे हैं। करीब सप्ताह भर पहले जहां धर्मनगरी में एक्यूआई 311 तक पहुंच गया था, अब वही पिछले तीन दिनों से 60 और 80 के बीच चल रहा है। एक्यूआई के इस स्तर को संतोषजनक श्रेणी में रखा गया है। एक्यूआई में सुधार के साथ-साथ मौसम ठंडा होने पर सुबह शाम पार्क में टहलने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है।
पिछले कई दिनों से लगातार तापमान 45 डिग्री के करीब रहने पर लोगों को गर्मी ने झुलसा रखा था। तेज गर्मी के साथ हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा था। हवा में बढ़ते प्रदूषण के चलते सांस के रोगियों को सांस लेने में तकलीफ के साथ अन्य कई समस्याएं झेलनी पड़ रही थी। मौसम के करवट लेने के बाद वीरवार की अल सुबह तेज हवाओं के साथ वर्षा होने पर लोगों को गर्मी से राहत मिली। इसके बाद शुक्रवार और शनिवार को भी वर्षा हुई। वर्षा से सप्ताह भर 13 जून को 311 के करीब चल रहा एक्यूआइ रविवार को घटकर 78 पर पहुंच गया है।
पिछले सात दिन का एक्यूआइ
दिन एक्यूआइ
19 जून 78
18 71
17 60
16 115
15 247
14 302
13 311
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51 से 100 के बीच संतोषजनक श्रेणी
ग्रीन अर्थ संस्था के संस्थापक सदस्य एवं पर्यावरणविद डा. नरेश भारद्वाज ने बताया कि एक्यूआइ का 0 से 100 के बीच का स्तर अच्छा, 51 से 100 के बीच का संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम व 201 से 300 के बीच घटिया और इसके ऊपर जाने पर बहुत घटिया माना जाता है। उन्होंने बताया कि वर्षा में हवा में तैरते प्रदूषण बढ़ाने वाले कण धूल जाते हैं। इससे हवा शुद्ध हो जाती है।
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