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    एक फ्लाइट, एक वादा... और फिर लौट आई खामोशी, जिस बेटी से मिलने जाना था लंदन; मां की मौत ने उसे ही वापस बुलाया

    Updated: Sat, 14 Jun 2025 11:10 PM (IST)

    Ahmedabad Flight Crash कुरुक्षेत्र के शाहाबाद कस्बे के रामसरन माजरा गांव की बेटी अंजू 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही थी जहां उसे अपनी बेटी निम्मी से मिलना था। दुर्भाग्यवश अंजू की मृत्यु हो गई जिससे निम्मी को लंदन से वडोदरा वापस आना पड़ा। अंजू के परिवार वाले वडोदरा पहुंच गए हैं जबकि माता-पिता बीमारी के कारण यात्रा नहीं कर सके।

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    कुरुक्षेत्र की अंजू शर्मा की फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। वर्ष 1965 में आई फिल्म वक्त के एक सीन में बलराज साहनी एक पंडित जी से वक्त को लेकर कहते हैं - पंडित जी किस्मत हथेली में नहीं इंसान के बाजुओं में होती है। इस पर पंडित जी कहते हैं- वक्त इंसान से कब क्या कराए, ये नहीं कहा जा सकता लालाजी... दोनों के इस डायलॉग के बाद फिल्म में भयंकर भूकंप आता है और बलराज साहनी का पूरा परिवार अलग हो जाता है। जैसा बुजुर्ग कहते आए हैं, उसी प्रकार फिल्म में दिखाया गया है कि वक्त बलवान होता है। ऐसा ही कुछ हुआ जिले के शाहाबाद कस्बे के गांव रामसरन माजरा की बेटी अंजू के साथ।

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    अंजू गुजरात के वडोदरा में रहती थी और 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए फ्लाइट पकड़ी थी। वह अपनी बेटी निम्मी से मिलने लंदन जा रही थी, लेकिन वक्त बलवान होता है। वक्त को कुछ और ही मंजूर था, क्योंकि जिस बेटी से मिलने अंजू जा रही थी, वहां तक अंजू तो नहीं पहुंच सकी, लेकिन अंजू की मौत ने उसकी बेटी निम्मी को ही लंदन से वडोदरा आने को मजबूर कर दिया। स्वजनों के मुताबिक शनिवार को निम्मी वडोदरा पहुंच गई।

    इधर, अंजू की तीन बहनें और दो बहनोई भी शनिवार देर शाम वडोदरा के लिए रवाना हो गए। हालांकि अभी तक अंजू के शव की पहचान नहीं हो पाई है, जिसके लिए उसकी छोटी बेटी हनी का डीएनए सैंपल लिया जा चुका है।

    बीमारी की वजह से नहीं जा सके माता-पिता

    अंजू के माता-पिता बीमारी की वजह से वडोदरा नहीं जा रहे हैं। स्वजनों को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पांच एयर टिकट भेजी गई थी, जिसको लेकर स्वजन इस दुविधा में थे कि अंजू के माता-पिता को भेजा जाए या नहीं।

    पिता जगदीश शर्मा बीमार हैं और हादसे का पता चलने के बाद गुमसुम हैं, जबकि माता संतोष हार्ट की मरीज हैं। इसके चलते स्वजनों ने दोनों को नहीं भेजा और शनिवार देर शाम अंजू की तीन बहनें और दो बहनोई वडोदरा के लिए रवाना हुए हैं।

    अंजू ने की थी एयरपोर्ट से कॉल

    अंजू ने फ्लाइट के रवाना होने से पहले अपने मायके रामसरन माजरा में फोन कॉल की थी। इस दौरान उसने अपने पिता जगदीश से बात की थी। उसने कहा था कि पापा मैं निम्मी से मिलने के बाद लंदन से लौट कर आउंगी तो आपसे मिलने आउंगी। इसके अलावा उसने स्वजनों से कहा था कि पापा का ख्याल रखना।