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    हीर-रांझा सांग का किया मंचन

    संवाद सहयोगी, घरौंडा : शिव शक्ति सेवा मंडल की ओर से एक फरवरी को होने वाले 15वें सामू

    By Edited By: Updated: Tue, 31 Jan 2017 07:51 PM (IST)
    हीर-रांझा सांग का किया मंचन

    संवाद सहयोगी, घरौंडा : शिव शक्ति सेवा मंडल की ओर से एक फरवरी को होने वाले 15वें सामूहिक विवाह महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित हरियाणवीं सांग के अंतिम दिन सर्वाधिक चर्चित हीर-रांझा सांग का सुंदर मंचन किया गया। जिसका शुभारंभ समाजसेवी मोहन राणा, विक्की राणा, धूम ¨सह राणा व राजेश राणा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया और लोगों से अधिक से अधिक दान करने का आह्वान किया। मंगलवार को नई अनाज मंडी में आयोजित हरियाणवी सांग के अंतिम दिन बाबू दान ¨सह चौहान व कलाकारों ने हीर-रांझा का सुंदर मंचन कर दर्शकों का मन मोहा। इसके साथ ही दर्शकों ने मंचन के दौरान होने वाली रागनियों का भी जमकर लुत्फ उठाया। कलाकारों ने सांग के माध्यम से हीर-रांझा की अमर प्रेम गाथा को चरितार्थ किया। हीर-रांझा पंजाब की चार प्रसिद्ध प्रेम-कथाओं में से एक है। इसके अलावा मिर्जा-साहिबा, सस्सी-पुन्नु और सोहनी-महिवाल बाक़ी तीन हैं। सांग में दर्शाया गया कि हीर के माता-पिता उन्हें शादी करने की इजाजत दे देते हैं लेकिन हीर का चाचा कैदो उन्हें खुश देखकर जलता है। शादी के दिन कैदो हीर के खाने में जहर डाल देता है। यह खबर सुनकर रांझा उसे बचाने दौड़ा आता है लेकिन बहुत देर हो चुकी होती है। रांझा बर्दाश्त से ज्यादा दुख पाकर उसी जहरीले लड्डू को खा लेता है और हीर के बगल में दम तोड़ देता है। उन्हें हीर के शहर, झंग, में दफनाया जाता है। कार्यक्रम के अंत में संस्था के पदाधिकारियों ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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