चुनाव से पहले छलका पावर नहीं मिलने का दर्द
नगर निगम चुनाव के बाद से ही शहर की सरकार पावर की मांग करती आ रही है। शुरुआत में इसके लिए निगम में धरने-प्रदर्शन भी किए। पांच साल यूं ही बीत गए। अब कार ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, करनाल : नगर निगम चुनाव के बाद से ही शहर की सरकार पावर की मांग करती आ रही है। शुरुआत में इसके लिए निगम में धरने-प्रदर्शन भी किए। पांच साल यूं ही बीत गए। अब कार्यकाल में केवल एक महीना बचा है। पार्षद आज भी शक्तियों के लिए जंग लड़ रहे हैं। मंगलवार को विकास सदन में आयोजित हाउस की बैठक में चुनाव से पहले फिर पावर नहीं मिलने का दर्द छलक उठा।
वार्ड 14 के पार्षद विनोद तितोरिया ने कहा कि अपनी शक्तियों से पार्षद आज भी अनजान हैं। सरकार ने 18 पावर आज तक नहीं दी। नाराज सुदर्शन कालड़ा ने तो यहां तक कह दिया कि तुम सब नकली पार्षद हो। निगम में लूट मची है और एमसी को भेड़ बना दिया गया है। बैठक में भी अधिकारी अपने मतलब के काम ही रखते हैं। हाउस को कोई कुछ नहीं समझ रहा है। डिप्टी मेयर मनोज वधवा ने कहा कि पार्षदों की किसी बात को आज तक लागू नहीं किया गया। उन्हें अकसर अनसुना कर दिया जाता है।
एसडीओ के मी¨टग में नहीं होने पर भड़के पार्षद
बैठक में वार्ड-16 के पार्षद रामचंद्र काला ने वार्ड में हाइमास्ट लाइट नहीं लगाने का मुद्दा उठाया। जवाब देने की बारी आई तो एसडीओ मी¨टग में नहीं थे। कुछ देर बाद पार्षदों ने प्रस्ताव पास किया कि 20 वार्डो में एक हजार स्ट्रीट लाइट लगाई जाएं। साथ ही पहले पास की गई लाइट भी वार्ड में जल्द से जल्द लगवाएं। मेयर ने सवाल किया कि यह लाइट कब तक लग जाएंगी? लेकिन बैठक में इलेक्ट्रिकल के एसडीओ नहीं मिले। इससे पार्षद भड़क उठे। कहा कि एसडीओ फोन तक नहीं उठाते। ईओ ने कहा कि वह जरूरी मी¨टग में हैं। बाद में उन्हें बुलाया गया। एसडीओ ने कहा कि उनका काम एस्टीमेट बनाना है वह एक दो दिन में बना देंगे।

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