'ये स्ट्राइक उनके दिमाग में गूंजती रहेगी...', पहलगाम में जान गंवाने वाले विनय नरवाल के माता-पिता क्या बोले?
पहलगाम हमले के बाद भारत की कार्रवाई पर शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के माता-पिता ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए कहा कि ये उन सभी शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सेना को अपना समर्थन दिया और कहा कि सैनिकों को ऐसे ही बदला लेते रहना चाहिए। हमें अपने सैनिकों पर नाज़ है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक की। इस कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए हैं और उनके ठिकाने ध्वस्त किए गए हैं।
भारतीय सेना की इस कार्रवाई पर लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के माता-पिता का भी रिएक्शन आया है। करनाल के रहने वाले भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल 22 अप्रैल को आतंकी हमले में मारे गए थे।
क्या बोले पिता राजेश नरवाल?
विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि आज 26 परिवारों को मिला सुकून है। सेना ने बदला लेकर भारत की ताकत दिखाई है। हमें अपने सैनिकों पर नाज है। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों को ये सच्ची श्रद्धांजलि है, ऑपरेशन सिंदूर नाम भी सही और कार्रवाई भी सही।
भारत सरकार ने सही कदम उठाया है... यह स्ट्राइक हमेशा उनके दिमाग में गूंजती रहेगी और वे भविष्य में ऐसा कुछ करने से पहले सौ बार सोचेंगे।
-राजेश नरवाल
हरियाणा के करनाल के मूल निवासी नरवाल ने हाल ही में शादी की थी और 16 अप्रैल को हमले से कुछ दिन पहले ही उनकी शादी का रिसेप्शन हुआ था। कोच्चि में तैनात लेफ्टिनेंट नरवाल छुट्टी पर जम्मू-कश्मीर गए थे और अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में थे, जब आतंकियों ने उन पर गोलीबारी की।
मां आशा का भी आया रिएक्शन
वहीं, विनय नरवाल की मां आशा ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि ये बहुत ही अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बदला लिया है। मैं उनके साथ हूं, जनता और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है...सेना के जवानों को मैं संदेश देना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें और ऐसे ही बदला लेते रहें कि ऐसी घटना दोबारा न घटे...
हरियाणा के करनाल के मूल निवासी नरवाल ने हाल ही में शादी की थी और 16 अप्रैल को हमले से कुछ दिन पहले ही उनकी शादी का रिसेप्शन हुआ था। कोच्चि में तैनात लेफ्टिनेंट नरवाल छुट्टी पर जम्मू-कश्मीर गए थे और अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में थे। 22 अप्रैल को मारे गए 26 पर्यटकों में विनय नरवाल एक थे।
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