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    Karnal News: बेटी के साथ मां ने नहर में लगाई छलांग, बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी ना होने से थी परेशान

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 10:36 PM (IST)

    करनाल में बेटे के हत्यारे की गिरफ्तारी न होने से परेशान मां-बेटी ने यमुना नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। स्थानीय लोगों ने उन्हें बचा लिया। मृतक शुभम की मां ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है जबकि पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    नहर से निकालने के बाद अस्पताल ले जाते महिला को। फटो जागरण

    जागरण संवाददाता, करनाल। बेटे के हत्यारे की गिरफ्तारी न होने से परेशान मां और बेटी ने पश्चिमी यमुना नहर में काछवा पुल से छलांग लगा दी। मां और बेटी ने चुन्नी से हाथ बांधे हुए थे। आसपास के लोगों ने तुरंत नहर में छलांग लगाकर मां-बेटी को सुरक्षित नहर से निकाल लिया, लेकिन मां की तबीयत ज्यादा खराब थी तो उसे कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में दाखिल कराया गया।

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    वहीं बेटी से रामनगर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। गांव चौरा में 29 जून की रात को 16 वर्षीय शुभम का शव गली में पड़ा मिला था। वह दूध लेने गांव की डेयरी पर गया था, लेकिन वह वापस घर नहीं लौटा। तो स्वजन ने उसकी तलाश की तो वह गांव की गली में मृत अवस्था में पड़ा मिला। उसके गले पर निशान थे जिससे साफ हो गया कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है।

    घरौंडा थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी और मां बाला देवी की शिकायत पर पूर्व सरपंच राजेंद्र खुराना व राजेंद्र तोमर पर हत्या के आरोप लगाए थे। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया था।

    मां का आरोप था कि 1 साल पहले उनकी बेटी से छेड़छाड़ के मामले में उन्होंने घरौंडा थाने में आरोपित राजेंद्र के खिलाफ शिकायत दी थी। तब से आरोपित उनके बेटे से रंजिश रखे हुए थे और खुलेआम धमकी दे चुके थे कि शुभम की हत्या कर देंगे।

    बता दें यह मामला सीआईए टू की टीम देख रही है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या की बात सामने आई है। बाक्स मां का आरोप, पुलिस आरोपितों को बचा रही शुभम की हत्या के बाद 2 जुलाई को पुलिस ने तीन लोगों से पूछताछ की थी, लेकिन कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगे। इसके बाद पुलिस जांच कर रही है।

    स्वजन का आरोप है कि पुलिस आरोपितों को बचाने में लगी हुई है। बाला देवी के पति की 8 साल पहले मौत हो चुकी है। इससे पहले उनके देवर और जेठ भी गुजर गए थे। इसके बाद वह अपने मामा के घर आ गई थी और सफाई का काम करके बेटे-बेटी का पालन-पोषण कर रही थी। शुभम की मौत के बाद अब परिवार पूरी तरह टूट गया है।

    स्वजन का कहना है कि 4 महीने गुजरने के बाद भी पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई। स्वजनों ने जिला सचिवालय में प्रदर्शन भी किया था। वह सीएम के पास भी गुहार लगा चुकी हैं।

    शुभम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबने से मौत का कारण आया है। जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है, उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। फिलहाल आरोपित का नार्को टेस्ट के लिए तारीख ली गई है, जो 12 नवंबर की है। इसके बाद ही जांच आगे बढ़ेगी। 

    - मनोज कुमार, जांच अधिकारी, सीआईए टू।