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    झींगा मछली पालन में हरियाणा देश में अग्रणी : मलिक

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 11 Jul 2021 06:00 AM (IST)

    मत्स्य पालन विभाग के निदेशक प्रेम सिंह मलिक ने कहा कि हरियाणा पहला राज्य है जहां सर्वाधिक झींगा मछली का उत्पादन करके किसान अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहा ...और पढ़ें

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    झींगा मछली पालन में हरियाणा देश में अग्रणी : मलिक

    करनाल: (विज्ञप्ति): मत्स्य पालन विभाग के निदेशक प्रेम सिंह मलिक ने कहा कि हरियाणा पहला राज्य है, जहां सर्वाधिक झींगा मछली का उत्पादन करके किसान अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहा है। किसानों द्वारा एक एकड़ भूमि में तीन से चार महीनों में ही दो लाख 50 हजार रूपये से तीन लाख रूपये तक का मुनाफा लिया जा रहा है, जो अन्य कृषि उत्पादों से दोगुना है।

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    उन्होंने बताया कि झींगा मछली वस्तुत: समुद्री मछली है। इसका पालन हरियाणा में वर्ष 2014 में शुरू किया गया था। शुरूआत 28 हैक्टेयर भूमि से की गई थी और अब 493 हैक्टेयर भूमि में इसका उत्पादन किया जाता है। यह बड़ी सफलता है। वर्ष 2024-25 तक इसे चार हजार हैक्टेयर भूमि करने का लक्ष्य है। इसके लिए भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल सहित कई जिलों में कार्य करने की योजना बनाई गई है।

    मलिक शनिवार को कर्ण लेक पर आयोजित अंबाला व गुरुग्राम मंडल के जिला मत्स्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक में विचार रख रहे थे। उन्होंने बताया कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2020-21 में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरूआत की गई थी। इस योजना के तहत प्रार्थी निजी भूमि में या पट्टे पर भूमि लेकर मछली फीड हैचरी, बायाफेलाक, आरएएस, फीड मिल, कोल्ड स्टोर आदि लगाने पर विभाग से वित्तीय एवं तकनीकि सहायता प्राप्त कर सकते हैं। विभाग द्वारा प्रधानमन्त्री मत्स्य सम्पदा योजना स्कीम में सभी प्रोजेक्ट पर सामान्य जाति के प्रार्थियों को 40 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति और महिला प्रार्थियों को 60 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

    घटते भू-जल पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक आरएएस की नई तकनीक अपनाकर मछली पालन का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। हरियाणा में खाली पड़ी भूमि जो कृषि कार्यों के लिए उपयोग में नहीं लाई जा रही, उसे पट्टे पर लेकर मछली पालन की योजना बनाई गई है। इसके लिए पंचायत विभाग तथा पंचायतों को लिखा गया है। कलस्टर के हिसाब से भूमि पट्टे या लीज पर किसानों को दी जाएगी तथा उसमें मछली पालन किया जाएगा। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक धर्मेंद्र बुधवार, गुरुग्राम मंडल के इंचार्ज रमेश सिंह डांगी, अंबाला मंडल के इंचार्ज आत्मा राम, करनाल के जिला मत्स्य अधिकारी शकुंतला देवी उपस्थित रही।