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    Haryana: करनाल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिल रही दो अहम सौगात, स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी बेहतर

    Haryana मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हाथों वीरवार को जिले को स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने की दृष्टि से दो अहम सौगात एक साथ मिलने जा रही हैं। इनमें शामिल उपमंडल इंद्री में सब डिवीजन सिविल अस्पताल इंद्री का निर्माण कार्य करीब 2017 में हुआ था।

    By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Thu, 11 May 2023 12:33 PM (IST)
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    जिले को मुख्यमंत्री के हाथों मिल रहीं दो अहम सौगात

    करनाल, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हाथों वीरवार को जिले को स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने की दृष्टि से दो अहम सौगात एक साथ मिलने जा रही हैं। इनमें शामिल उपमंडल इंद्री में सब डिवीजन सिविल अस्पताल इंद्री का निर्माण कार्य करीब 2017 में हुआ था। 50 बेड का यह अस्पताल करीब 1241.68 लाख की लागत से तैयार हुआ। इसका कार्य वर्ष 2020 में पूरा होना था, फिलहाल इस अस्पताल को संबंधित विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर नहीं किए जाने की बात सामने आई है।

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    कोरोना काल में विभाग को यह अस्पताल पुराने भवन से नए भवन में शिफ्ट करना पड़ा था। वर्षों से इसी 50 बेड के भवन के उपमंडल नागरिक अस्पताल में ही विभाग के अधिकारी, चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

    नया भवन अब विभाग को किया जाएगा हैंड ओवर

    डिप्टी सिविल सर्जन डा. रविंद्र संधू ने बताया कि नया भवन अब विभाग को हैंड ओवर हो जाएगा। कोविड की वजह से नए भवन में शिफ्ट करना पड़ा था। नए भवन का कार्य वर्ष 2017 में शुरू किया गया था। अब पोल सीलिंग व लिफ्ट का काम होना है तो लोक निर्माण विभाग जल्द ही यह काम भी पूरा करवा देगा। यह नया भवन 2020 तक बनना था। मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन यमुनानगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे।

    एसएमओ डा. किरण गिरधर ने बताया कि उन्होंने जुलाई 2021 में यहां ज्वाइन किया था और उनके आने से पहले नए भवन में शिफ्ट हो गए थे। पहले यह सीएचसी था और उसके बाद एसडीएच बन गया है।

    नए भवन में वर्षों पहले कर लिया था शिफ्ट

    गौरतलब है कि जब विधानसभा इंद्री से कर्णदेव कांबोज विधायक व राज्यमंत्री थे तो उस समय सीएचसी से 50 बेड का अस्पताल बनना मंजूर हुआ था और वर्ष 2017 में नए भवन का कार्य भी शुरू हो गया था। विभाग के अनुसार यह कार्य 2020 तक पूरा करना था और फिर कोरोना काल आ गया तो पुराने भवन से अस्पताल को नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया। कई वर्ष से नए भवन में ही ओपीडी, इमरजेंसी व चिकित्सा सेवाएं दे रहे हैं।