Karnal Crime: फर्जी आईडी से सिम चलाकर कंपनियों को किया गुमराह, कमीशन भी हड़पा, आरोपित गिरफ्तार
थाना तरावड़ी की ने एक ऐसे शातिर आरोपित को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है जिसने ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में फर्जी आईडी पर काफी संख्या में सिम जारी करके धोखाधड़ी की। आरोपित की दुकान से 163 मोबाइल फोन लैपटॉप प्रिंटर माउस व एक चार्जर बरामद किया गया।

करनाल, जागरण संवाददाता : थाना तरावड़ी की टीम ने एक ऐसे शातिर आरोपित को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जिसने ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में फर्जी आईडी पर काफी संख्या में सिम जारी करके धोखाधड़ी की।
आरोपित की दुकान से 163 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, एक प्रिंटर, 36 पुरानी सिम, 72 पुरानी आईडी, एक माउस व एक चार्जर बरामद किया गया। आरोपित को अदालत में पेशकर जेल भेज दिया गया।
तीन दिन की रिमांड पर आरोपित
चार मई को एसआई सुल्तान सिंह की अध्यक्षता में टीम ने पंजाब के पटियाला जिले के राजपुरा निवासी आरोपित गुरप्रीत सिंह भेदी को राजपुरा से गिरफ्तार किया था। इस वारदात के संबंध में वोडाफोन आइडिया टेलीकॉम कंपनी के नोडल ऑफिसर ने थाना तरावड़ी में शिकायत दी।
उसने बताया कि कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके काफी संख्या में वोडाफोन आइडिया कंपनी के मोबाइल नंबर कनेक्शन जारी करके धोखाधड़ी की। मामले में आरोपित को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया था। वहीं गड़बड़झाले में संलिप्त अन्य दोनों आरोपितों की भी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।
आरोपितों ने इस तरह किया फर्जीवाड़ा
छतरी लगाकर सिम बेचता हुआ पकड़ा गया
पूछताछ में पता चला कि कुछ महीनों पहले आरोपित गुरप्रीत किसी काम से करनाल के गांव चौपड़ी आया था। उसे तरावड़ी में एचडीएफसी बैंक के पास छतरी लगाकर सिम बेचता हुआ हर्ष निवासी तरावड़ी मिला। उसने बताया कि वह वोडाफोन कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर है और सिम बेचता है। कंपनी ने उसे एजेंट बनाने की पावर दे रखी है। हर्ष ने आरोपित को बताया कि टाटा, अमेजान आदि कंपनियों की गूगल पर एड आती है। सिम एक्टिवेट कराकर और कंपनियों से लीड फिल करके ओटीपी भरकर एड चलाने के साथ वेबसाइट पर ट्रैफिक देकर कमीशन ले सकते हैं। इसमें काफी मुनाफा है।
आरोपित ने हर्ष व एक अन्य आरोपित सौरभ से सस्ते दाम पर ब्लैंक सिम लेनी शुरू कर दी। फिर पंजाब में अपनी दुकान पर फर्जी आईडी पर अलग-अलग लोगों के फोटो लगाकर करीब 95 सिम एक्टिवेट कराए और अलग-अलग मोबाइल फोन व लैपटॉप आदि में चलाकर एड के माध्यम से कंपनी से मोटा कमीशन कमा लिया।
बांट लेते थे अपना-अपना हिस्सा
मोटे कमीशन के इस खेल में तीनों आरोपित अपना-अपना हिस्सा बांट लेते थे। आरोपित शातिर तरीके से फोटोशॉप सॉफ्टवेयर के माध्यम से अलग-अलग लोगों की आईडी लेकर बार-बार उसमें नाम-पते बदलकर व बार-बार अलग-अलग लोगों की फोटो लगाकर सिम एक्टिवेट करवाता था। फिर मोबाइल व लैपटॉप के माध्यम से कंपनी से मुनाफा कमाता था। आरोपित ने यह कार्य वर्ष 2022 में किया था।

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