गोशालाओं के सहयोग की मुहिम से जुडें, दूसरों को करें प्रेरित : गोपाल गोस्वामी
करनाल की कुल 18 गोशालाओं में करीब तीस हजार गोवंश है। इनके चारे की व्यवस्था जिले के 542 गांवों की करीब 16 लाख आबादी के भरोसे है। गोमाता सभी के लिए पूजनीय है लेकिन गोचारे के लिए सहयोग की मुहिम से जुडने में अभी पीछे हैं। हालांकि जो गोभक्त मुहिम से जुड चुके हैं वे गोचारे के लिए बढचढ़कर दान दे रहे हैं। अपने करीबियों को भी प्रेरित कर रहे हैं। ताकि गोवंश भूखा ना रहे। इस जागरण में दैनिक जागरण ने भी गो ग्रास संकल्प की मुहिम से नेक और अनुकरणीय कदम उठाया है।

संवाद सहयोगी, निसिग (करनाल) : करनाल की कुल 18 गोशालाओं में करीब तीस हजार गोवंश है। इनके चारे की व्यवस्था जिले के 542 गांवों की करीब 16 लाख आबादी के भरोसे है। गोमाता सभी के लिए पूजनीय है लेकिन गोचारे के लिए सहयोग की मुहिम से जुडने में अभी पीछे हैं। हालांकि जो गोभक्त मुहिम से जुड चुके हैं, वे गोचारे के लिए बढचढ़कर दान दे रहे हैं। अपने करीबियों को भी प्रेरित कर रहे हैं। ताकि गोवंश भूखा ना रहे। इस जागरण में दैनिक जागरण ने भी गो ग्रास संकल्प की मुहिम से नेक और अनुकरणीय कदम उठाया है।
गोपाल गोस्वामी ने इस संदर्भ में विशेष वार्ता में बताया कि गोचारे के लिए सहयोग की मुहिम रंग ला रही है। लोग दान देकर पुण्य का लाभ ले रहे हैं और मुहिम को गति देने में भी सहयोग कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति मुहिम से जुडकर गोसेवा का लाभ प्राप्त कर सकता है। गोचारे के लिए स्वेच्छा से इच्छित दान दे सकता है। खेती करने वाले किसान भाई गोचारे के लिए तूडी व गेहूं का दान दे रहे हैं। वहीं नकद राशि भी दी जा रही है। कुछ लोग गुड तो कुछ खल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोसेवा से सभी देवों की सेवा का लाभ मिलता है। उन्होंने गोचारे के लिए अपनी नजदीकी गोशालाओं में यथाशक्ति दान देने की अपील की है। गोमाता की जय कें साथ चारा दान भी जरूरी
फोटो 31 नरेंद्र राणा गोंदर के अनुसार गोमाता के लिए जयघोष से ज्यादा जरूरी चारा है। हमें अपनी नेक कमाई से गोचारे के लिए हर माह दान देना चाहिए। सेवा ही धर्म है। वेद पुराण भी हमें गोसेवा की प्रेरणा देते है। कान्हा ने की थी गोसेवा
फोटो 30 कृष्ण मंजूरा के अनुसार गोकुल में बचपन के दौरान स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने गाय चराकर गोसेवा की थी। किसी का पेट भरना ही सबसे बड़ी सेवा है। हमें गोसेवा के लिए आगे आना चाहिए। थमनी नहीं चाहिए मुहिम
फोटो 27 रमेश फौजी प्रेमखेडा ने कहा कि गोचारे के लिए दान देने की मुहिम थमनी नहीं चाहिए। जिन लोगों ने गोचारे के लिए दान दिया है वें अपने अलावा आसपास के लोगों को भी निरंतर प्रेरित करें। भविष्य में भी दान देना जारी रखें। दान से धन नहीं घटता
फोटो 28 डा. संदीप चौधरी गुनियाना के अनुसार गोचारे व अन्य धार्मिक कार्यों में दान देने से कभी धन में कमी नहीं आती बल्कि पुण्य कर्म बढ़ते हैं। ऋषि-मुनियों ने धर्म के मार्ग पर चलने की सीख दी है। गोसेवा संस्कृति की पहचान
फोटो 27 कर्मचंद के अनुसार गोमाता की सेवा की सीख हमारें धार्मिक ग्रंथ देते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने गोसेवा को अनिवार्य बताया है। चूल्हे पर भोजन के लिए पकने वाली पहली रोटी गोमाता को दी जाती थी। गोमाता हमारे धर्म व संस्कृति से जुडी है।
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