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    Haryana Crime: नाम बदलकर 22 साल से कर रहा था अपराध, 16 जिलों में था केस दर्ज, फिर पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 02:56 PM (IST)

    करनाल में डकैती डालने वाले बदमाश शातिर निकले। गिरोह का सरगना राजीव, जो कई नामों से अपराध करता था, लुधियाना पुलिस की गिरफ्त से फरार था। पुलिस को गुमराह करने के लिए उन्होंने घरौंडा और चंडीगढ़ की बसें बदलीं, लेकिन सीसीटीवी फुटेज से वे पकड़े गए। पुलिस ने उन्हें जीरकपुर से गिरफ्तार किया। राजीव पर हत्या, लूट जैसे कई मामले दर्ज हैं। पीड़ित ने बदमाशों को पहचाना और रैकी की आशंका जताई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    करनाल डकैती गिरोह का सरगना राजीव लुधियाना पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया था। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, करनाल। सुभाष कॉलोनी में डकैती डालने वाले बदमाश ने केवल कुख्यात हैं, बल्कि शातिर भी हैं। बदमाशों ने पुलिस को गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इनमें से गिरोह का सरगना राजीव लुधियाना पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया था। राजीव कुमार उर्फ राजा उर्फ लक्की उर्फ आर्यन उर्फ अंकुर जैन उर्फ गुरदीप उर्फ गगड़ा उर्फ हितेश नाम रखे हुए हैं। अलग- अलग नाम से वारदात को अंजाम देता था। वह 22 साल से अपराध कर रहा है और 16 जिलों में अलग-अलग नाम से मामले दर्ज हैं।

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    वे अपनी ही चालाकी में पकड़े गए। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि नए बस स्टैंड पर पहुंचने के बाद बदमाशों ने पहले घरौंडा की बस पकड़ी थी और यहां से पुलिस को चकमा देने के लिए घरौंडा से वापस चंडीगढ़ के लिए बस पकड़ी थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तमाम हरकतें कैमेर में कैद हो गई और पुलिस की तमाम टीमें अलर्ट होने के चलते बदमाश पकड़े गए।

    बदमाशों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पूरी प्लानिंग की हुई थी। सोमवार को दिनदहाड़े डकैती करने के बाद पांचों बदमाशों ने पहले बसंत विहार में ठेकेदार मनोज पसरिचा की गाड़ी को छोड़ दिया था और फिर वह बस में बैठकर घरौंड़ा की तरफ गए थे, ताकि पुलिस दिल्ली की तरफ बदमाशों को ढुंढती रहे और बदमाश पुलिस को चकमा देकर घरौंडा से चंडीगढ़ जाने वाली हरियाणा रोडवेज की बस में बैठ गए, ताकि वह पंजाब में जाकर छीप सकें, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि पुलिस लगातार उन्हें ट्रेक कर रही है। करनाल पुलिस ने अंबाला व पंचकुला सीआईए की मदद से चार घंटे में ही जीरकपुर से हरियाणा रोडवेज बस से पकड़ लिया था।

    इस डकैती के मामले में मुख्य बदमाश लुधियाना निवासी राजीव उर्फ राजा 22 साल से अपराध कर रहा है। 2003 में उसके खिलाफ लुधियाना में पहला मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद उसने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व हिमाचल प्रदेश के अलग अगल 16 जिलों में हत्या, लूट, हत्या के प्रयास, डकैती, मारपीट, चोरी आदि वारदातों को अंजाम दिया। इनमें कुछ मामलों में बदमाशों अदालत ने उम्र कैद की भी सजा सुनाई हुई है।

    इन जिलों में है फैलाई हुई थी दहशत

    बदमाश राजीव ने पंजाब के संगरुर, लुधियाना, बटिंडा, होशीयारपुर, गुरदासपुर, फिरोजपुर, जालंधर, खनना, मुख्तार साहिब, फतेहगढ साहिब, हिमाचल के धर्मपुर, चंडीगढ़, मोहाली, पंचकुला व कुरुक्षेत्र में वारदातों को अंजाम दिया हुआ है। आरोपित पर लूट, डकैती, चोरी और हत्या तक की धाराओं में केस दर्ज है।

    पंजाब लेकर गई पुलिस

    छह दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहे पांचों बदमाशों को पुलिस पहले दिन पंजाब लेकर गई। इसके बाद पुलिस अन्य जगहों पर लेकर जाएगी, वहीं सीन रिक्रेट भी किया जाएगा कैसे बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस इनसे पूछताछ के आधार पर गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों को पकड़ने की कोशिश में है।

    पीड़ित और बदमाश बैठाए आमने-सामने

    बुधवार को पुलिस ने पीड़ित मनोज पसरीचा और बदमाशों को आमने सामने बैठाया। इस दौरान पसरिचा ने पांचों को पहचान लिया और बताया कि राजा ने उसके बेटे पर गोली चलाई थी। वहीं, पसरिचा का कहना है कि वह पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट हैं, लेकिन वे इस बात को मामने के लिए तैयार नहीं कि घर की रैकी नहीं हुई थी। क्योंकि वारदात के दौरान बदमाश आपस में बात करे रहे थे कि तू तो कह रहा था यहां माल अधिक है। उन्हें पूरा शक है कि उनके घर की रैकी हुई है। किसी ने उनके घर की पूरी जानकारी इन बदमाशों तक पहुंचाई है। पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है।

    पांचों बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। अभी वह छह दिन के पुलिस रिमांड पर हैं। जल्द ही खुलासा किया जाएगा, बदमाशों ने मनोज पसरीचा के घर को निशाना क्यों बनाया है। इस वारदात में जो भी आरोपित शामिल होंगे, उनको भी पकड़ा जाएगा। फिलहाल काल डिटेल समेत अन्य चीजों को खंगाला जा रहा है। -गंगाराम पूनिया, एसपी करनाल।