हरियाणा पुलिस की पहली महिला ड्रील प्रशिक्षक राजवंती हुई सेवानिवृत्त
हरियाणा पुलिस की पहली महिला ड्रील प्रशिक्षक राजवंती शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो गई। वर्ष 19
जागरण संवाददाता, करनाल : हरियाणा पुलिस की पहली महिला ड्रील प्रशिक्षक राजवंती शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो गई। वर्ष 1983 से पहले सभी ड्रील प्रशिक्षक पुरुष ही होते थे। निरीक्षक राजवंती ने ड्रील प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करके हरियाणा पुलिस की पहली महिला ड्रील प्रशिक्षक बनने की उपलब्धि हासिल की। 17 फरवरी 1982 को हरियाणा पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती राजवंती 37 साल की सफल सेवा के बाद इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्त हुई।
पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए बनी थी प्रशिक्षक
गांव लाल छपर जिला यमुनानगर के मूल निवासी चरत सिंह व सरस्वती की पहली संतान राजवंती का जन्म 14 मई 1961 को फिल्लौर पंजाब में हुआ। पिता चरत सिंह पंजाब पुलिस प्रशिक्षण केंद्र फिल्लौर में ड्रील प्रशिक्षक थे। जिन्होंने हरियाणा बनने पर मधुबन पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अनुशासन व कर्मठता बनी पहचान
निरीक्षक राजवंती अपने सहकर्मियों में अनुशासन और कर्मठता के पर्याय के रूप में जानी पहचानी जाती हैं। इनके भर्ती होने की कहानी भी प्रेरणादायक है। उस दौर में बहुत से लोग महिलाओं का पुलिस में शामिल होना अच्छा नहीं समझते थे। राजवंती ने जिस समुदाय में जन्म लिया, उसमें लड़कियों का नौकरी करना लोगों के लिए असहनीय था। राजवंती ने अपने पिता चरत सिंह व उनके साथी रतन सिंह, प्रीतम सिंह, कमलजीत राय से प्रेरित होकर खुद भी वर्दी पहनने की ठान ली थी।
वे अपने माता-पिता को अपनी कामयाबी का श्रेय देते हुए कहती हैं कि उन्होंने कभी बेटा-बेटी में भेद नहीं किया। उन्होंने गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, रोहतक, पानीपत, अंबाला, करनाल व हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में सेवा करते हुए अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
निरीक्षक राजवंती की सफल सेवाकाल के पूरा होने पर अकादमी के निदेशक आलोक कुमार रॉय, प्रशिक्षक सलाहकार व पूर्व आइजी सतप्रकाश रंगा, पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी, डीएसपी राजकुमार, डीएसपी शीतल सिंह धारीवाल, डीएसपी अजमेर सिंह, डीएसपी सुंदर सिंह, डीएसपी लक्ष्मी देवी, मुख्य ड्रील प्रशिक्षक रणधीर सिंह व सीएलआइ कन्नूप्रिया ने बधाई दी और सुखद जीवन के लिए शुभकामनाएं दी।
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