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    Karnal: 30 लाख कर्ज लेकर बेटे को भेजा था विदेश, अब 40 लाख लेकर मंगाया शव; डंकी के रास्ते नौ महीने में पहुंचा था अमेरिका

    Karnal Crime शहर के नरुखेड़ी निवासी 36 वर्षीय संजय की 16 दिन पहले अमेरिका में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। परिवार ने 30 लाख रुपये का कर्ज लेकर बेटे को पहले डंकी के रास्ते अमेरिका भेजा था। जब परिवार की स्थिति ठीक होने लगी तो बेटे की मौत हो गई। बेटे के शव को भारत लाने के लिए परिवार को 40 लाख रुपये का और कर्ज लेना पड़ा।

    By Jagran News Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Sun, 28 Jan 2024 12:53 PM (IST)
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    Karnal: 30 लाख कर्ज लेकर बेटे को भेजा था विदेश, अब 40 लाख लेकर मंगाया शव। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, करनाल। शहर के नरुखेड़ी निवासी 36 वर्षीय संजय की 16 दिन पहले अमेरिका में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। परिवार ने 30 लाख रुपये का कर्ज लेकर बेटे को डोंकी के रास्ते अमेरिका भेजा था। अब परिवार की स्थिति ठीक होने लगी तो बेटे की मौत हो गई।

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    शव को भारत लाने के लिए 40 लाख रुपये का और लेना पड़ा  

    बेटे के शव को भारत लाने के लिए परिवार को 40 लाख रुपये का और कर्ज लेना पड़ा। मृतक के 12 वर्षीय बेटे ने अपने पिता के शव को मुखाग्नि दी। गांव नरुखेड़ी निवासी 36 वर्षीय संजय डेढ़ वर्ष पहले अमेरिका गया था। परिवार ने 30 लाख रुपये का कर्ज लेकर संजय को डोंकी के रास्ते अमेरिका भेजा था।

    16 दिन पहले संजय की हार्ट अटैक से हुई मौत 

    संजय वहां एक स्टोर में काम कर रहा था। 16 दिन पहले संजय की हार्ट अटैक से मौत हो गई। परिवार ने प्रदेश सरकार से शव को भारत मंगाने की गुहार लगाई, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब परिवार ने 40 लाख रुपये का कर्ज लेकर शव को करनाल मंगाया। मृतक के 12 वर्षीय बेटे ने अपने छोटे भाई के साथ मिलकर पिता के शव को मुखाग्नि दी।

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    डंकी के रास्ते अमेरिका पहुंचने में नौ महीने का लगा समय 

    डंकी के रास्ते नौ महीने बाद पहुंचा था अमेरिका मृतक के भाई सोनू ने बताया कि वह वर्ष अगस्त 2022 में अमेरिका के लिए चला था। डंकी के रास्ते अमेरिका पहुंचने में उसे करीब नौ महीने का समय लगा। वह कई बार अमेरिका के बॉर्डर से वापस आ चुका था।

    अब वह अमेरिका में एक स्टोर में काम कर रहा था। दूसरी बार आया हार्ट अटैक सोनू ने बताया कि संजय को पहले भी हार्ट अटैक आया था। तब उसके साथियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। उस समय संजय की हालत ठीक हो गई थी, लेकिन दस जनवरी को संजय को फिर से अटैक आ गया। इस बार उसकी जान नहीं बच सकी। संजय के दो बेटे हैं।

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