Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरु नानक देव जी का संदेश शक्ति व मानवता की सेवा का : डीएस ढेसी

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 26 Mar 2019 08:12 AM (IST)

    हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने कहा कि समूची मानवता को रुहानियत का संदेश देने वाले गुरु नानक देव की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हरियाणा में सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के माध्यम से वर्षभर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके तहत युवाओं को गुरु नानक देव जी की शिक्षा से रूबरू करने के लिए प्रदेश के स्कूलों कॉलेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। वह सोमवार को कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश दिवस पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्यातिथि बोले रहे थे।

    गुरु नानक देव जी का संदेश शक्ति व मानवता की सेवा का : डीएस ढेसी

    जागरण संवाददाता, करनाल : हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने कहा कि समूची मानवता को रुहानियत का संदेश देने वाले गुरु नानक देव की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हरियाणा में सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के माध्यम से वर्षभर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके तहत युवाओं को गुरु नानक देव जी की शिक्षा से रूबरू करने के लिए प्रदेश के स्कूलों, कॉलेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। वह सोमवार को कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश दिवस पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्यातिथि बोले रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु जी का संदेश मानवता की सेवा व शक्ति का संदेश है, इसे आम जनता तक पहुंचाने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरु नानक देव की वाणी अद्भुत है

    साहित्य अकादमी पुरस्कार से प्राप्त कवि एवं लेखक डॉ. सुरजीत पात्तर ने कहा कि गुरु नानक देव जी की वाणी बड़ी अद्भुत है, जिसमें प्रकृति के साथ गहरा रिश्ता छिपा है। उनके बारह माह वाणी संग्रह में प्रकृति को आधार मानकर उसे रुहानियत से जोड़ा गया है।

    किसी एक विशेष जाति व धर्म के नहीं थे

    नाटक लेखक आत्मजीत सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी किसी एक विशेष जाति या धर्म के नही थे, उनका संदेश चौ वर्णो को सांझा अर्थात समाज के सभी वर्गों के लोगो के लिए था। उन्होंने बोलीबाली मानवता को समझाने के लिए संवाद को अपना माध्यम और हथियार बनाया था, जिसमें मुख्य कारक तर्क था।

    गुरु की वाणी को समझने के लिए भारतीय दर्शन को समझने की जरूरत

    दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. डॉ. जगबीर सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी की वाणी को समझने के लिए भारतीय दर्शन को समझने की जरूरत है। आज हम अलग-अलग तरीके से ईश्वर को सिद्ध करने में लगे हैं, लेकिन गुरु जी ने एक ओंकार से अपनी वाणी की शुरुआत की थी।

    जिसको शिक्षा दी, वह उसके मुरीद हो गए

    इंग्लैंड से पहुंचे डॉ. हरजिन्द्र सिंह दिलगीर ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने जिसको भी शिक्षा दी, वह उसके मुरीद हो गए। यहां तक कि उस समय के राजा लोग भी उनकी शिक्षाओं से प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की नजर में कोई व्यक्ति छोटा या बड़ा नहीं था, बल्कि उन्होंने छोटा अर्थात नीच उसे कहा था जो प्रभु से दूर है और वह खुद अपने आप को सबसे नीच समझते थे। इस मौके पर उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

    इस अवसर पर असंध के विधायक बख्शीश सिंह विर्क, पंजाबी अकादमी के निदेशक गुरविन्द्र सिंह, एडीसी अनीश यादव, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, एडीपीआर जगदीप सिंह ढांडा, विभाग के संयुक्त निदेशक प्रशासन सुभाष सिहाग, संयुक्त निदेशक क्षेत्र डॉ. कुलदीप सैनी सहित बड़ी संख्या में साध संगत उपस्थित रही।