स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल आने वाले शहर सबसे पिछड़े को लेंगे गोद, मनोहर लाल बोले- PM मोदी का सपना होगा पूरा
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग में शीर्ष शहर कम रैंकिंग वाले शहरों को स्वच्छ बनाने में मदद करेंगे। अगली रैंकिंग संयुक्त प्रदर्शन पर होगी। इस पहल का लक्ष्य 2027 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। उन्होंने साफ-सफाई के लिए जागरूकता और उचित कचरा प्रबंधन पर जोर दिया। पार्षदों से सामाजिक जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।

जागरण संवाददाता, करनाल। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग में जो शहर अव्वल आएंगे, वह शहर कम रैंकिंग वाले शहरों को सुझाव देंगे और उन्हें भी साफ और स्वच्छ बनाने के लिए मदद करेंगे। इसके बाद जो स्वच्छता रैंकिंग की जाएगी व दोनों शहरों की होगी।
यानि प्रतियोगिता जोड़ों में होगी। अब देशभर के लिए आयोजित होने वाली स्वच्छता रैंकिंग में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाले शहरों को रैंकिंग में सबसे कम नंबर लाने वाले शहरों को गोद लेना होगा।
वह शनिवार को कल्पना चावला मेडिकल कालेज के सभागार में आयोजित सफाई मित्र सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। यह कार्यक्रम करनाल नगर निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में राष्ट्रपति अवार्ड प्राप्त होने पर आयोजित किया गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके पीछे मकसद अधिक से अधिक शहरों को साफ और स्वच्छ बनाना है ताकि 2027 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को पूरा किया जा सके और देश को सुंदर बना सके।
हमारे शहर सुंदर हों, इसी परिकल्पना के साथ यह पहल की गई है। उन्होंने कहा कि साफ सफाई के लिए हमें हर दिन चिंता करनी चाहिए। इसके लिए आमजन को अधिक से अधिक साफ-सफाई के लिए जागरूक करना चाहिए। इसके साथ-साथ उचित कचरा प्रबंधन भी होना चाहिए। हमें गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग री-साइकिल करना चाहिए।
जैसे उदाहरण करनाल ने प्रस्तुत किया है, इससे शहरों की ख्याति बढ़ती है। बड़े काम का जिम्मा लेंगे तो अच्छा करने पर दुनिया भर से लोग प्रभावित होकर सुझाव लेते हैं। उन्होंने पार्षदों व अन्य जनप्रतिनिधियों को सफाई के लिए सामाजिक जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।