बेहतर समाज का निर्माण करने के लिए बच्चों को अच्छे संस्कार जरूरी
समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए शिक्षित समाज जरूरी है। अच्छे समाज का निर्माण करने के लिए बच्चों को अच्छे संस्कार देना सभी का कर्तव्य है।

संवाद सहयोगी, असंध : समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए शिक्षित समाज जरूरी है। अच्छे समाज का निर्माण करने के लिए बच्चों को अच्छे संस्कार देना सभी का कर्तव्य है। इसी थीम को लेकर शहर के कैथल रोड स्थित विवेकानंद विद्या निकेतन स्कूल में दैनिक जागरण की ओर से आयोजित संस्कारशाला अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल प्रांगण में अध्यापक के द्वारा बच्चों को चलो घूमने की कहानी पढ़कर सुनाई। रोचक कहानी के माध्यम से बच्चों को जागरूक करने का काम किया गया।
स्कूल प्रिसिपल रूपकृष्ण भट्ट ने बताया कि समय-समय पर समाज में जागृति लेकर आने में दैनिक जागरण अहम भूमिका निभाता है। संस्कार शाला के माध्यम से बच्चों को समाज में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। जिसका समाज पर व बच्चो पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि कहानियां सुनने से बच्चों के साथ-साथ अन्य सभी को प्रेरणा मिलती है। महापुरुषों के जीवन पर आधारित कहानियां बच्चों में देश के प्रति कुछ करने की प्रेरणा देती है। उन्होंने बताया कि हमारे देश में भिन्न-भिन्न समुदाय व बोलियों के लोग रहते हैं, चलो घूमने कहानी के माध्यम से बच्चों को इसके बारे में भी ज्ञान प्राप्त होता है।
सुरेश शास्त्री ने बताया कि समाज के प्रति सभी के कर्तव्य है। एक अच्छा नागरिक बनने की नींव बचपन में ही राखी जाती है। स्कूली शिक्षा के साथ साथ बच्चो को नैतिक ज्ञान देना और उनके कर्तव्य के बारे में बताना स्कूल का भी फर्ज बनता है। तभी एक बच्चा आगे बढ़कर अपने साथ साथ एक सभ्य समाज की भी नीव मजबूत करता है।
अच्छ नागरिक बनने की प्रेरणा
आठवीं कक्षा के अमृत राणा ने बताया कि संस्कारशाला की कहानी सुनने से हमें एक कर्तव्य के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। ताकि जीवन लक्ष्य प्राप्त कर परिवार के साथ साथ समाज को भी खुशहाल किया जा सके। ताकि समाज में समय समय पर पनपती कुर्तियों को जड़ से खतम किया जा सके।
आदर्शो का पालन करने की सीख : जतिन शर्मा
जतिन ने बताया कि हमें स्वाधीनता संग्राम के आदर्शो का पालन करने की सीख मिली है। जिसके बलबूते पर आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। पूर्वजों की कुर्बानियों को न भूलकर आगे बढ़ना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।
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