वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी और आकाश हमारे भगवान, इनका सम्मान जरूरी : डॉ. आरसी मिश्रा
वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी और आकाश, ये पंचतत्व ही हमारे असली भगवान हैं। इन्हीं तत्वों से संपूर्ण सृष्टि का सृजन हुआ है और अंत में सब इन्ही में विलीन हो जाता है। हमें इनका सम्मान करना चाहिए व पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए। यह बातें अंबाला रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक डॉ. आरसी मिश्रा ने कही।
जागरण संवाददाता, करनाल : वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी और आकाश, ये पंचतत्व ही हमारे असली भगवान हैं। इन्हीं तत्वों से संपूर्ण सृष्टि का सृजन हुआ है और अंत में सब इन्ही में विलीन हो जाता है। हमें इनका सम्मान करना चाहिए व पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए। यह बातें अंबाला रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक डॉ. आरसी मिश्रा ने कही।
वे बृहस्पतिवार को शहर के दयाल ¨सह कॉलेज में एनवायरनमेंट क्लब की ओर से आयोजित एक्सटेंशन लेक्चर में मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त कर रहे थे। कॉलेज में पहुंचने पर ¨प्रसिपल डा. केएल गोसाई ने उनका स्वागत किया। कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में करीब 400 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
डॉ. मिश्रा ने वृक्षों का महत्व बताते हुए कहा कि पौधरोपण सर्वश्रेष्ठ दान है, क्योंकि केवल वृक्ष ही प्रतिक्षण दूसरों का भला करता है। मनुष्य के श्वास के लिए ऑक्सीजन हो या खाने के लिए अन्न, पहनने के लिए वस्त्र व रहने के लिए मकान। इन सभी आवश्यकताओं को पेड़ पूरा करते हैं। दुनिया में केवल वृक्ष ही जन्म से लेकर मृत्यु तक हमारा साथ निभाते हैं। यदि हर व्यक्ति अपने जन्मदिन पर एक-एक पौध लगाएं तो पर्यावरण की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि जल की बर्बादी के कारण विश्व भर में पेयजल की कमी होती जा रही है। इसलिए आवश्यकता है कि हम अपने जल प्रयोग पर नियंत्रण करें। इस अवसर पर क्लब के समन्वयक डॉ. चंद्र शेखर, डॉ. वीके गोयल, डॉ. चंद्रकांता, डॉ. रंधीर ¨सह, डॉ. सुशील गोयल, डॉ. राजेश अरोड़ा, डॉ. सरिता, डॉ. विशाखा, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. श्वेता यादव, विकास, शेफाली, सुनिधि, रश्मि, जेतेंद्र व मीनू मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।