हरियाणा के युवक की इटली में हत्या, पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल; तीन महीने पहले गया था विदेश
नीलोखेड़ी के भगत सिंह की इटली में उसके रूममेट सतीश ने हत्या कर दी। सतीश करनाल के बुटाना गांव का है और उसे इटली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के ...और पढ़ें

नीलोखेड़ी के युवक की इटली में हत्या (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, करनाल/नीलोखेड़ी। इटली में नीलोखेड़ी के भगत सिंह की उसके ही रूममेट ने तेजधार हथियार से हत्या कर दी। स्वजन को एक सप्ताह पहले ही इसकी जानकारी मिली।
आरोपित करनाल के बुटाना गांव का रहने वाला सतीश है। हालांकि, इटली पुलिस ने आरोपित को काबू कर लिया है। अभी हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
पुलिस पैसों के लेनदेन से लेकर तमाम पहलूओं से मामले की जांच कर रही है। तीन महीने पहले ही भगत सिंह आरोपित सतीश के पास इटली में रहने गया था।
नीलोखेड़ी की किसान बस्ती के रहने वाले कृष्ण ने बताया कि उसका 37 वर्षीय भाई भगत सिंह करीब साढ़े तीन साले पहले पुर्तगाल गया था। वहां पर वह पीआर भी हो गया था, लेकिन उसका काम नहीं चल रहा था।
वही उसे रुपये दे रहे थे। जमीन बेचकर करीब 50 लाख रुपये उन्होंने भगत सिंह पर खर्च किए थे। अब पिछले तीन महीने से भगत सिंह इटली में रह रहा था।
परिवार की सरकार से मांग है कि उनके बेटे का शव भारत मंगवाया जाए। मृतक मूल रूप से बराना गांव का रहने वाला था।
भाई कृष्ण ने बताया कि उनकी भगत सिंह से हर रोज बात होती थी। इटली में वह रुपये कमाने लगा था। दो महीने पहले ही उसने 50 हजार रुपये भी घर के लिए भेजे थे।
उन्हें लगा था कि अब जल्द ही उनका कर्जा भी उतर जाएगा, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उसके भाई की हत्या कर दी जाएगी।
कृष्ण के अनुसार 25 नवंबर को उसकी भाई से अंतिम बार बात हुई थी। वह बोल रहा था सब ठीक है। इसके बाद उसकी भाई से बात नहीं हुई। उसके चाचा का लड़का मनमोहन भी भगत सिंह से कुछ किलोमीटर की दूरी पर रहता है।
उन्होंने मनमोहन से कहा था कि भगत सिंह का फोन नहीं लग रहा और न ही उसका फोन आया। इसके बाद मनमोहन जब भगत सिंह के कमरे पर गया तो वहां आरोपित सतीश मिला, जिसने कहा कि भगत सिंह कहीं बाहर गया हुआ है, लेकिन उसके कमरे में उसने कुछ संदिग्ध देखा।
इसके बाद उसने इटली पुलिस को सूचना दी और जांच में सामने आया कि भगत सिंह की सतीश ने हत्या कर दी है, लेकिन मनमोहन ने यह सूचना स्वजन को नहीं दी।
भाई कृष्ण ने बताया कि 16 दिसंबर को उनके पास एंबेसी से फोन आया था कि भगत सिंह का मर्डर हो गया है। इसके बाद उन्होंने मनमोहन को फोन किया तो उसने तब पूरी बात बताई।
यह सुनते ही पूरा परिवार टूट गया। भगत सिंह के दो बच्चे हैं, बड़ी लड़की 11 साल और 9 वर्षीय बेटा है, चार बहने हैं और ये दो भाई थे।
भगत सिंह को 10 जनवरी को भांजे की शादी में आना था। इसके लिए सभी तैयारी कर रहे थे। पूरा परिवार खुश था कि भगत सिंह अब कमाने लगा है। घर के हालात भी ठीक हो जाएंगे।

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